अधिकारी ने कहा, “सीओए ने शर्मा को एक पत्र लिखा है जिसमें डीडीसीए के निदेशकों और सदस्यों द्वारा दाखिल की गई शिकायतों को लेकर पूछा गया है। उनसे कामकाज को लेकर चल रही स्थिति के बारे में पूछा गया है। किसी भी राज्य संघ में अगर कोई समस्या होती है तो सीओए उस संबंध में पत्र लिखती है तो संघ उसका जवाब देती है, लेकिन डीडीसीए ने इसका जवाब नहीं दिया है जबकि उनको मेल 20 सिंतबर को भेजा गया था।”
डीडीसीए के निदेशक संजय भारद्वाज ने सीओए को नौ सिंतबर को पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया था कि समिति डीडीसीए को सुप्रीम कोर्ट के आदेश को नजरअंदाज कर सविंधान बनाने देने की इजाजत देकर कोर्ट के आदेश का उल्लंघन कर रही है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी खामी बीसीसीआई में डीडीसीए का प्रतिनिधि नियुक्त करने को लेकर है।
उन्होंने लिखा, “बीसीसीआई में डीडीसीए के प्रतिनिधि का नाम संघ की आम बैठक में पारित होता है, लेकिन इसे शीर्ष परिषद ने मंजूरी दी जिसके पास इसके अधिकार नहीं हैं।”
उन्होंने शीर्ष परिषद में पूर्व खिलाड़ी की गैर मौजूदगी पर सवाल भी उठाए थे।