नई दिल्ली। भारत में कपिल देव, दिलीप वेंगेसकर और बिशन सिंह बेदी जैसे कई महान क्रिकेटर हुए हैं जिन्होंने भारतीय क्रिकेट के परिदृश्य को बदलकर रख दिया। इन्हीं में से एक हैं सुनील गावस्कर (sunil gavaskar)। अपनी पहली सीरीज में 700 रन बनाने से लेकर टेस्ट में 10 हजार रन बनाने तक गावस्कर ने अपने देश का नाम क्रिकेट की दुनिया में उपर लाने में बड़ी भूमिका निभाई है। लेकिन 7 जून का दिन उनकी जिंदगी का सबसे मनहूस दिन रहा था जब उनके नाम क्रिकेट के इतिहास में एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हुआ था।
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174 गेंद में नाबाद रहते हुए बनाए थे सिर्फ 36 रन
आज से ठीक 46 साल पहले यानी 7 जून को 1975 को वनडे विश्व कप की शुरुआत हुई थी। भारत की टीम ने भी इसमें हिस्सा लिया था। लेकिन पहले ही मैच में गास्वकर के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हुआ था। गावस्कर ने इस मैच में 174 गेंदों पर नाबाद रहते हुए सिर्फ 36 रन बनाए थे। दरअसल, इस मैच में मेजबान टीम इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत को 334 रनों का लक्ष्य दिया था। जवाब में भारतीय टीम 3 विकेट खोकर निर्धारित 60 ओवर में सिर्फ 132 रन ही बना पाई थी।
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गुंडप्पा ने खेली थी 37 रनों की सबसे बड़ी पारी
इस मैच में भारत की ओर से गुंडप्पा विश्वनाथ ने 59 गेंदों में 37 रनों की सबसे बड़ी पारी खेली थी। इस मुकाबले में भारतीय टीम 202 रनों के बड़े अंतर से हारी थी। इस मैच में सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि सुनील गावस्कर ने 174 गेंद खेलने के बावजूद सिर्फ और सिर्फ 36 रन बनाए और वे पूरी पारी में आउट भी नहीं हुए। इस पारी में उन्होंने सिर्फ एक चौका लगाया। उनका स्ट्राइकरेट 20.69 का रहा। ये आज तक के इतिहास की एकदिवसीय क्रिकेट की उनकी सबसे धीमी पारी रही।