प्रदर्शन के आधार पर वेतन में कटौती!
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस कदम के पीछे सोच यह सुनिश्चित करना है कि खिलाड़ी अधिक जवाबदेह हों और अगर जरूरी हो तो उनके प्रदर्शन के आधार पर वेतन में कटौती की जाए। कहा जाता है कि यह प्रणाली कॉरपोरेट घरानों ने अपने कर्मचारियों का सालाना मूल्यांकन करने के तरीके के आधार पर तैयार की है।खिलाड़ियों की कमाई पर पड़ेगा असर
सुझाई गई नई वेतन प्रणाली के अनुसार, अगर प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं है तो इससे खिलाड़ी की कमाई पर असर पड़ेगा। रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से कहा गया कि ये सुझाव दिया गया था कि खिलाड़ियों को जवाबदेह बनाया जाना चाहिए और अगर उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं पाया जाता है तो उन्हें वेतन में कटौती का सामना करना चाहिए।BCCI ने पिछले साल ही शुरू की थी प्रोत्साहन प्रणाली
बता दें कि बीसीसीआई ने पिछले साल ही टेस्ट खिलाड़ियों के लिए प्रोत्साहन प्रणाली शुरू की थी। इसके अनुसार, 2022-23 से एक सत्र में 50 प्रतिशत से अधिक टेस्ट मैचों की प्लेइंग इलेवन में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को प्रति मैच 30 लाख रुपये का वित्तीय प्रोत्साहन मिलेगा। एक सत्र में कम से कम 75 प्रतिशत मैचों में शामिल होने वाले प्रत्येक खिलाड़ी के लिए भुगतान बढ़कर 45 लाख रुपये प्रति मैच हो जाता है। यह खेल के सबसे लंबे फॉर्मेट के लिए बोर्ड की ओर से घोषित 40 करोड़ रुपये के कोष का हिस्सा। इसे टी20 फॉर्मेट और आईपीएल के बढ़ते कद को देखते हुए टेस्ट क्रिकेट की ओर खिलाड़ियों को आकर्षित करने के लिए पेश किया गया था। यह भी पढ़ें