क्या है नया नियम?
नियम के अनुसार, अब गेंदबाजों को एक ओवर में दूसरा बाउंसर लगाने की आजादी होगी, भले ही पहली बाउंसर एक गेंद पहले ही क्यों ना फेंकी गई हो। पहले केवल एक बाउंसर फेंकना ही सही माना जाता था। अगर एक ही ओवर में दूसरी गेंद भी बाउंसर डाल दी जाती थी तो वह नो बॉल करार दी जाती थी और फिर मिलती थी फ्री हिट यानी आप इस बॉल पर आउट नहीं हो सकते। केवल रनआउट वैध माना जाएगा।
भारतीय तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट इस नियम परिवर्तन से उत्साहित हैं। उनादकट ने कहा- मुझे लगता है कि एक ओवर में दो बाउंसर काफी उपयोगी होते हैं और मुझे लगता है कि यह उन चीजों में से एक है जिससे गेंदबाजों को बल्लेबाजों पर अतिरिक्त फायदा मिलता है।
उन्होंने कहा, ‘उदाहरण के लिए अगर मैं धीमी बाउंसर फेंकता हूं। पहले बल्लेबाजों को यकीन होता था कि अब कोई बाउंसर नहीं आएगा। अब इस नए नियम से ओवर के पहले हाफ में एक धीमी बाउंसर फेंक सकते हैं, इसके बाद फिर भी आप एक और बाउंसर का उपयोग कर सकते हैं। जो बाउंसर के खिलाफ कमजोर है, उसे इसमें बेहतर होना होगा। इससे गेंदबाजों को मजबूती मिलेगी। मुझे लगता है कि यह एक बहुत छोटा बदलाव है जिसका बहुत बड़ा प्रभाव पड़ने वाला है और एक गेंदबाज के रूप में मुझे लगता है कि इस नियम का होना बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, ‘डेथ ओवरों में भी आपके पास एक और विकल्प बढ़ जाएगा। तेज गेंदबाजों के लिए डेथ ओवरों में यॉर्कर ही गेंदबाजी करना ज्यादा महत्वपूर्ण होता जा रहा था। एक ओवर में दो बाउंसर होने के कारण अब यॉर्कर और धीमी गेंद से आगे बढ़कर कुछ सोच सकेंगे। यहां तक कि अगर आप दूसरी बाउंसर नहीं भी फेंकते हैं, फिर भी बल्लेबाज को उम्मीद रहेगा या उन्हें लगेगा कि गेंदबाज दूसरी बाउंसर फेंक सकता है।’