उस मैच में टीवी अंपायर रहे मोनिरुज्जाम ने कहा कि बस अब और नहीं यह उनके लिए बहुत हो चुका और वह अब अंपायरिंग नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा,’मेरा भी कोई आत्म सम्मान है और मैं इसके साथ जीना चाहता हूं। अंपायर गलतियां कर सकते हैं, लेकिन अगर हमारे साथ इस तरह का बर्ताव किया जाए तो इसको करने का फिर कोई भी कारण नहीं रह जाता है। मैं इस काम को सिर्फ पैसे की वजह से तो नहीं करता हूं।’
मोनिरुज्जाम का कहना है कि वह शाकिब के खेल में शामिल नहीं थे, लेकिन उन्होंने जिस तरह से बर्ताव किया वह पचा पाना बहुत मुश्किल है। मोनिरुज्जाम ने कहा कि वह मैच में टीवी अंपायर थे और इस पूरी घटना को करीब से देख रहे थे। उनका कहना है कि वह उस घटना को देखने के बाद एकदम सुन्न पड़ गए थे। इसी वजह से उन्होंने फैसला किया है कि वह अब कभी भी अंपायरिंग नहीं करेंगे।
कुछ दिन पहले ढाका प्रीमियर लीग के एक मैच के दौरान शाकिब अल हसन मोहम्मदन स्पोर्टिंग क्लब की तरफ से बॉलिंग कर रहे थे। विरोधी टीम के मुश्फिकुर रहीम बल्लेबाजी कर रहे थे। शाकिब की एक बॉल रहीम के पैड पर लगी और उन्होंने एलबीडब्यू की अपील की। अंपायर ने उनकी अपील को नकार दिया। इसके बाद अंपायर के फैसले से नाराज होकर शाकिब ने विकेट पर लात मारी और अंपायर के साथ भी बदसलूकी की। हालांकि बाद में शाकिब ने इस घटना के लिए माफी भी मांग ली थी।