साल 2024 में ख्वाजा का हाल बेहाल
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जाने वाले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के अंतिम टेस्ट के बाद अनुभवी सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा को संन्यास ले लेना चाहिए। क्लार्क ने कहा लिए अपने घरेलू मैदान पर संन्यास की घोषणा करने का “शानदार अवसर” हो सकता है। ऑस्ट्रेलियाई टीम इस सीरीज में 2-1 से अजेय बढ़त बना चुकी है। मेजबान टीम 2014 के बाद पहली बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने के लिए सिडनी में उतरेगी। ख्वाजा 2022 में वापसी के बाद से टेस्ट ओपनर के रूप में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन इस साल अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं हैं। पिछले 2 कैलेंडर ईयर में 67.50 और 52.60 के औसत के बाद, उस्मान 9 टेस्ट मैचों में सिर्फ़ 25.93 की औसत से रन बना रहे हैं, उन्होंने 18 पारियों में सिर्फ़ 415 रन बनाए हैं, जिसमें दो अर्धशतक और 75 का सर्वश्रेष्ठ स्कोर शामिल है। मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान चार टेस्ट मैचों में, उन्होंने 20.14 की औसत से 8 पारियों में सिर्फ़ 141 रन बनाए हैं, जिसमें एक अर्धशतक और 57 का सर्वश्रेष्ठ स्कोर शामिल है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा, “यह उस्मान ख्वाजा का घरेलू टेस्ट मैच है। वह एक अद्भुत खिलाड़ी रहे हैं। वापसी करने के बाद उन्होंने विदेशों में रन बनाएं, ऑस्ट्रेलिया में रन बनाएं। वह 38 साल के हैं, मुझे लगता है कि उस्मान के लिए अपने संन्यास की घोषणा करने का यह एक शानदार अवसर हो सकता है और सिडनी उनका आखिरी टेस्ट हो सकता है।”