रोहित ने हार के बाद कहा, “आज हमारे पास खेल को अपने पाले में करने या इसे ड्रा करने का मौका था, अभी भी एक मैच बाकी है, अगर हम अच्छा खेलते हैं, तो सीरीज 2-2 पर समाप्त होगी। मैं आज जहां खड़ा हूं, वहीं खड़ा हूं। अतीत में क्या हुआ है, इस बारे में सोचने की कोई जरूरत नहीं है। बल्लेबाज के तौर पर मैं जो बहुत सी चीजें करने की कोशिश कर रहा हूं, वे सही नहीं हो रही हैं। आप यहां आकर चीजों को सफलतापूर्वक करने की कोशिश करना चाहते हैं। जब यह सफल नहीं होता है, तो यह निराशाजनक होता है।”
रोहित ने कहा कि जायसवाल ने गेंद को छूआ था
रोहित ने यशस्वी जायसवाल के आउट होने के विवाद के बारे में भी बात की, जिसने व्यापक बहस को जन्म दिया। 84 रन पर बल्लेबाजी कर रहे जायसवाल को स्निको की ओर से कोई स्पष्ट सबूत नहीं होने के बावजूद डीआरएस समीक्षा के बाद विवादास्पद तरीके से आउट दे दिया गया। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि इसका क्या मतलब निकाला जाए, क्योंकि तकनीक कुछ भी नहीं दिखा रही थी। देखने पर पता चलता है कि गेंद ने किसी चीज को छुआ है। मुझे नहीं पता कि अंपायर क्या कहना चाहते हैं। ईमानदारी से कहूं तो उन्होंने गेंद को छुआ था। हम इस पर ज्यादा गौर नहीं करना चाहते। हम बस गलत दिशा में जा रहे हैं।” भारत अब सिडनी में नए साल के टेस्ट के लिए तैयार है, जिसमें उसे सीरीज बराबर करने और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी बरकरार रखने के लिए जीत की जरूरत है। रोहित ने अंतिम टेस्ट के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “ऐसी चीजें हैं जिन पर हमें, एक टीम के रूप में, ध्यान देने की जरूरत है, और मुझे व्यक्तिगत रूप से भी उन पर ध्यान देने की जरूरत है। हम कोशिश करेंगे और देखेंगे कि क्या होता है।”