ताकत– टीम इंडिया में एशिया कप के लिए कई मैच विनर प्लेयर शामिल हैं जैसे रोहित शर्मा, के एल राहुल, युजवेंद्र चहल, हार्दिक पांड्या, विराट कोहली इत्यादि। और इस साल खेले गए टी-20 मुकाबलों में भारतीय टीम का इकोनामी रेट भी 9.29 का है। साथ ही इस साल भारतीय टीम ने 15 में से 12 मुकाबले जीते हैं जबकि तीन हारे हैं। इस हिसाब से भारतीय टीम एशिया कप में मजबूत नजर आ रही है।
कमजोरी– जसप्रीत बुमराह और हर्शल पटेल की अनुपस्थिति में तेज गेंदबाजी हल्की नजर आ रही है। जबकि स्पिन गेंदबाजी पर ज्यादा भरोसा है। वहीं टॉप ऑर्डर के लड़खड़ाने के बाद मिडिल आर्डर चिंता का सबब बन सकता है।
एक्स फैक्टर– मिडिल ऑर्डर में हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत टीम के लिए एक्स फैक्टर की भूमिका निभा सकते हैं। जबकि पांड्या गेंद और बल्ले से मैच का रुख कभी भी बदल सकते हैं।
2) टीम पाकिस्तान:
ताकत– एशिया कप में पाकिस्तान टीम की ताकत शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी और तेज गेंदबाजी है। हालांकि शाहीन अफरीदी के बाहर होने के बाद पाकिस्तान को झटका जरूर लगा है लेकिन फिर भी गेंदबाजी में धार नजर आती है। बल्लेबाजी में बाबर आजम फॉर्म में हैं जबकि मोहम्मद रिजवान और खुशदिल शाह भी मैच विनर खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।
कमजोरी– शाहीन अफरीदी और मोहम्मद वसीम जूनियर के चोटिल होने के बाद तेज गेंदबाजी कमजोर नजर आ रही है
एक्स फैक्टर– पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद हसनैन एक्स फैक्टर साबित हो सकते हैं क्योंकि वह बहुत तेज़ गेंदबाज़ी करते हैं। अगर उनका दिन हुआ तो विरोधियों के लिए खासा परेशानी खड़ी कर सकते हैं।
3) टीम बांग्लादेश:
ताकत– ऑलराउंडर से सजी हुई बांग्लादेश की टीम को हमेशा से उलटफेर के लिए जाना जाता है। अभी तक टीम ने दो बार एशिया कप का सफर तय किया है। मुश्फिकर रहीम और शाकिब अल हसन के रूप में अनुभवी ताकत बांग्लादेश को इस बार मिलेगी।
कमजोरी– कप्तानी में फेरबदल के बाद से बांग्लादेश के अच्छे प्रदर्शन की निरंतरता में कमी आई है
एक्स फैक्टर– शाकिब अल हसन विश्व के एक बेहतरीन ऑलराउंडर है और इस बार वह टीम के लिए एक्स फैक्टर की भूमिका में होंगे। हसन ने T20 में 2010 रन बनाने के अलावा 121 विकेट भी चटका चुके हैं।
4) टीम श्रीलंका:
ताकत– एशिया कप में श्रीलंका की स्पिन गेंदबाजी देखने लायक होगी जबकि बल्लेबाजी में चरित असलंका, कुशल और भानुका राजपक्षे शानदार फॉर्म में नजर आ रहे हैं।
कमजोरी– सभी खिलाड़ी ज्यादातर युवा हैं इसलिए टीम में अनुभव की कमी है
एक्स फैक्टर– वानिंदू हसारंगा पर नजर रहेगी जिन्होंने आईपीएल 2022 में शानदार प्रदर्शन करने के चलते चर्चा बटोरी थी, उन्होंने 16 मैचों में 26 विकेट झटके थे।
5) टीम अफगानिस्तान:
ताकत– टीम में इंटरनेशनल लेवल के कई स्पिनर हैं जो बड़ा उलटफेर कर सकते हैं। राशिद खान, मोहम्मद नबी जैसे दिग्गज ऑलराउंडर टीम में हैं जिनका अनुभव अफगानिस्तान के काम आएगा।
कमजोरी– अफगान टीम एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर रहती है। अगर एशिया कप में उसे अच्छा प्रदर्शन करना है तो सभी खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
एक्स फैक्टर– राशिद खान एक्स फैक्टर की भूमिका में होंगे।
6) टीम हांगकांग:
ताकत– यासिम मुर्तजा के ऑलराउंड प्रदर्शन और बाबर हयात के बल्लेबाजी में अच्छे प्रदर्शन की बदौलत हांगकांग ने क्वालिफायर मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन किया था। और ऐसा ही प्रदर्शन टीम अब एशिया कप 2022 में करना चाहेगी बता दें कि हांगकांग चौथी बार एशिया कप में खेल रही है।
कमजोरी– हांगकांग में घरेलू खिलाड़ियों की कमी है और काफी समय बाद इंटरनेशनल लेवल की टीमों से खेलेगी तो दबाव होगा, फलस्वरूप बिखरने की उम्मीद।
एक्स फैक्टर– यासिम मुर्तजा अपने ऑलराउंड प्रदर्शन की बदौलत एक्स फैक्टर की भूमिका निभा सकते हैं।