पहले बल्लेबाजी करते हुए माल्या अदिति इंटरनेशनल स्कूल ने समित के 166 रनों की बदौलत निर्धारित 50 ओवर में पांच विकेट पर 330 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। इसके बाद गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 34 रन देकर चार विकेट लिए। यह उनकी घातक गेंदबाजी का ही नतीजा था कि विपक्षी विद्या शिल्प एकेडमी की टीम 38.5 ओवर में महज 182 रनों पर ऑलआउट हो गई। इस तरह से अदिति इंटरनेशनल स्कूल ने यह मैच 148 रनों के विशाल अंतर से जीतकर अंतिम चार में कदम रखा। समित ने 131 गेंद की अपनी पारी के दौरान 24 चौके जड़े।
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समित पिछले तीन महीनों से बने हुए हैं चर्चा में
इससे कुछ ही दिन पहले अंडर-14 बीटीआर शील्ड मैच के दौरान ही समित ने दोहरा शतक ठोंका था। इससे दो महीने पहले दिसंबर में भी उन्होंने एक दोहरा शतक लगाया था। इसे देखकर लोग उन्हें द्रविड़ जूनियर कहने लगे हैं। उन्होंने 13 साल की ही उम्र में इतनी लंबी-लंबी पारियां खेलकर यह साबित कर दिया है कि वह भी अपने पिता के नक्शे कदम पर चल रहे हैं। राहुल द्रविड़ को विकेट पर टिककर लंबी-लंबी पारियां खेलने के कारण ही दीवार कहा जाता था।