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धोनी-अश्विन -कुंबले के संन्यास में गजब की समानताएं, तीनों दिग्गजों ने कुछ इस अंदाज़ में क्रिकेट को कहा अलविदा

अश्विन, कुंबले और भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास में दिलचस्प समानताएं हैं। तीनों की दिग्गजों ने बीच सीरीज में क्रिकेट को अलविदा कहा है।

नई दिल्लीDec 19, 2024 / 06:07 pm

Siddharth Rai

Ravichandran Ashwin Retirement: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही पांच टेस्ट मैचों की बार्डर गावस्कर ट्रॉफी (BGT) के बीच भारतीय दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। सीरीज के बीच में अश्विन का यह निर्णय बेहद चौंकाने वाला था। वे भारत के दूसरे सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज हैं। उनसे ज्यादा विकेट पूर्व कप्तान और दिग्गज गेंदबाज अनिल कुंबले के नाम हैं।
कुंबले ने टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट झटके हैं। वहीं अश्विन ने 537 टेस्ट विकेट के साथ अपने करियर का समापन किया। अश्विन, कुंबले और भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास में दिलचस्प समानताएं हैं। तीनों की दिग्गजों ने बीच सीरीज में क्रिकेट को अलविदा कहा है। इतना ही नहीं इन तीनों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए संन्यास लिया है।
अश्विन ने तब संन्यास लिया जब भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी। धोनी ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया के दौरे बीच में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था। वहीं अन‍िल कुंबले ने 2008 में घरेलू टेस्ट सीरीज के बीच संन्यास ल‍िया था। तीनों ही मौकों पर भारतीय क्रिकेट टीम कंगारुओं के साथ टेस्ट सीरीज खेल रही थी। इतना ही नहीं, तीनों ही मौकों पर सीरीज पूरी नहीं हुई थी। अश्विन ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच के बाद संन्यास की घोषणा कर दी। वहीं धोनी ने भी तब तीसरे मैच के बाद संन्यास ले लिया था। वह चार मैचों की टेस्ट सीरीज थी। ऐसा ही कुछ कुंबले ने भी किया था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में तेन मैचों के बाद उन्होंने संन्यास ले लिया था।
अश्विन और दोनों के संन्यास में एक समानता यह भी है कि अश्विन का संन्यास भी एक ड्रॉ टेस्ट (गाबा टेस्ट) के बाद आया तो वहीं धोनी ने भी तीसरा मैच ड्रॉ होने के बाद संन्यास की घोषणा की थी। एक बहुत बड़ी समानता दोनों खिलाड़ियों के संन्यास से जुड़े सरप्राइज फैक्टर की भी है। अश्विन का संन्यास अप्रत्याशित था। यह सार्वजनिक तौर पर पूर्व नियोजित नहीं था। ऐसे ही धोनी का संन्यास भी बेहद हैरान करने वाला था। वह तब कप्तान थे और उन्होंने संन्यास लेकर अचानक से विराट कोहली को टेस्ट कमान सौंपने की ओर अग्रसर कर दिया था।
धोनी ने हालांकि टेस्ट प्रारूप से ही संन्यास लिया था। वहीं अश्विन क्रिकेट के तीनों प्रारूपों को अलविदा कह चुके हैं। लेकिन धोनी और अश्विन की समानता यहीं पर समाप्त नहीं होती है। अश्विन का कहना है कि वह इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का हिस्सा बने रहेंगे। धोनी ने भी क्रिकेट के तीनों प्रारूपों को अलविदा कहने के बाद आईपीएल का हिस्सा बना रहना स्वीकार किया है।
धोनी आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के सफल कप्तान रह चुके हैं। वह अब भी इसी टीम का अहम हिस्सा हैं। आईपीएल 2025 में धोनी सीएसके के लिए खेलते हुए दिखाई देंगे। वहीं, अश्विन भी इस बार अपनी होम स्टेट बेस्ट फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए ही खेलते हुए दिखाई देंगे। इस बात से यह संभावना भी प्रबल हो गई है कि ये दोनों दिग्गज पीली जर्सी में ही बतौर खिलाड़ी क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कहें। इस बार की बड़ी नीलामी में अश्विन को सीएसके ने 9,75 करोड़ रुपये की अच्छी रकम में खरीदा है।

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