इस मामले में श्रीलंकाई खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील का कहना है कि कॉन्ट्रैक्ट में खिलाड़ियों को जिस वेतन की पेशकश की गई है, वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर्स संघों के महासंघ (फिका) की रिपोर्ट के अनुसार अन्य देशों की तुलना में एक तिहाई है। वहीं श्रीलंका क्रिकेट ने इस हफ्ते कहा था कि 24 प्रमुख खिलाड़ियों को चार वर्ग में कॉन्ट्रेक्ट की पेशकश की गई है। कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने के लिए खिलाड़ियों के पास तीन जून तक का समय है।
श्रीलंका क्रिकेट के सालाना कॉन्ट्रैक्ट में सिर्फ 6 खिलाड़ियों को ए वर्ग में शामिल किया गया है। ए वर्ग में शामिल खिलाड़ियों का वार्षिक वेतन 70,000 से 100,000 डॉलर के बीच है। बल्लेबाज धनंजय डिसिल्वा को सर्वाधिक एक लाख डॉलर मिलेंगे, जबकि अन्य खिलाड़ियों को 70000 से 80,000 डॉलर मिलेंगे। वहीं भारत में ग्रुप सी (सबसे निचला वर्ग) में शामिल खिलाड़ियों को सालाना कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, लगभग 1,37,000 डॉलर की राशि मिलती है।
कॉन्ट्रैक्ट सार्वजनिक करने से नाराज खिलाड़ी
वहीं खिलाड़ियों ने कॉन्ट्रैक्ट विवरण को सार्वजनिक किए जाने पर नाराजगी जताई है। श्रीलंका के खिलाड़ियों ने संयुक्त बयान में कहा कि वे खिलाड़ियों के भुगतान का विशिष्ट विवरण सार्वजनिक करने के एसएलसी के फैसले से स्तब्ध हैं। साथ ही बयान में कहा गया है कि राशि का खुलासा किए जाने से खिलाड़ियों की सुरक्षा को गंभीर खतरा है। साथ ही श्रीलंकाई बोर्ड से अपने खिलाड़ियों को बंदूक की नोक पर नहीं रखने का आग्रह करते हुए कहा कि कोई भी क्रिकेटर किसी भी अनुचित और गैर-पारदर्शी अनुबंध पर हस्ताक्षर नहीं करेगा