नई दिल्ली : पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज हरफनमौला शाहिद आफरीदी (Shahid Afridi) की संस्था की मदद के लिए भारत के दो क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) और हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) आगे आए थे। जिस तरह से पाकिस्तान में हिंदू-मुस्लिम के बीच जाकर कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों की शाहिद आफरीदी मदद कर रहे हैं, इसकी तारीफ इन दोनों ने अपने-अपने ट्विटर अकाउंट पर की थी और लोगों से यह गुहार लगाई थी वह शाहिद आफरीदी फाउंडेशन की मदद के लिए आगे आएं। इसके बाद भारत के कुछ लोगों ने इन दोनों क्रिकेटर की जमकर आलोचना की थी और इनसे पूछा था कि वह एक पाकिस्तानी संस्था की मदद क्यों कर रहे हैं?
शाहिद आफरीदी ने युवराज सिंह और हरभजन सिंह को निशाना बनाने वाले प्रशंसकों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जब उन्होंने युवराज सिंह की संस्था का समर्थन किया था, तब किसी पाकिस्तानी ने उनसे नहीं पूछा था कि वह भारत का समर्थन क्यों कर रहे हैं?
भारतीय क्रिकेटरों की आलोचना पर जताई हैरानी
शाहिद आफरीदी ने भारतीय क्रिकेटरों की हो रही आलोचना पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि जब वह कनाडा में थे, तब उनहोंने युवराज सिंह की संस्था को मदद की थी। आफरीदी ने बताया कि तब उन्होंने युवराज की संस्था को 10,000 डॉलर (76 लाख 20 हजार रुपए) दान में दिए थे। जब उन्होंने ऐसा किया था, तब पाकिस्तान में सब लोगों ने एक सुर में उनका समर्थन किया था। उस वक्त किसी ने उनसे यह पूछा तक नहीं था कि तुमने दान क्यों दिया? तुम भारत का समर्थन क्यों कर रहे हो?
कोरोना वायरस के कारण पाकिस्तान में लगे लॉकडाउन में शाहिद आफरीदी की संस्था देश के बीच जरूरमंद लोगों तक खाना, दवा समेत जरूरत के अन्य सामान पहुंचा रही है। उनके इस नेक काम को देखकर भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह और हरभजन सिंह ने उनकी तारीफ की थी और लोगों से शाहिद आफरीदी की संस्था को मदद करने की अपील की थी। इस पर कुछ भारतीय प्रशंसकों ने पाकिस्तानी खिलाड़ी के लिए की गई अपील के लिए इन दोनों खिलाड़ियों की आलोचना की थी।
बता दें कि युवराज सिंह और हरभजन सिंह दोनों कोरोना वायरस से प्रभावित भारतीयों की भी दिल खोलकर मदद कर रहे हैं।