सुबह करता था पांच घंटे तैयारी
अलतीफ ने बताया कि वह सुबह के समय लगातार करीब पांच घंटे अध्ययन करता था। रात को केवल तीन घंटे ही पढ़ाई को दे पाता था। विषय की पढ़ाई के साथ-साथ सामान्य का अध्ययन भी स्वयं ही किया है।
राजस्थान पत्रिका भी बना मददगार
होनहार अलतीफ ने बताया कि इस भर्ती परीक्षा में पत्रिका का भी बहुत बड़ा योगदान रहा है। इसमें आने वाली सत्यपरक जानकारियों ने बहुत कुछ सीखने के लिए पे्ररित किया है। उसने बताया कि पत्रिका उनके यहां तीन साल से लगातार आ रहा है।
शुरू से है होनहार
अलतीफ अपने पिता के इकलौते पुत्र हैं। उसने बताया कि आठवीं तक निजी विद्यालय में अध्ययन किया। इसके बाद कक्षा नौ से लेकर 12 तक उसने राजकीय बागला उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ाई की है। 12वीं कक्षा भी उसने प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की है। क्रिकेट खेलने का शौकिन अलताफ अब व्याख्याता बनना चाहता है। उसने युवाओं को संदेश दिया कि सफलता के लिए शॉर्टकट ना अपनाएं बल्कि लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत करें।