थानाधिकारी दरजाराम के मुताबिक सुजानगढ़ में वार्ड 15 निवासी नजीर तेली ने २१ मई को विदेश भेजने के नाम पर 19 जनों को धोखे से फर्जी वीजा देकर उनसे 60-60 हजार रुपए ठगकर भागने का मामला दर्ज करवाया था। आरोपी जाहिद राजा ने मुस्लिम लोगों में विश्वास जमाने के लिए शहर के मुस्लिम आबादी बाहुल्य मोहल्ले में एक ऑफिस खोला था। स्थानीय लोगों से मेलजोल बढ़ा लिया। पुलिस के मुताबिक नजीर हुसैन, मोहम्मद यूसुफ, आरिफ, अकरम, महबूब अली, सराजू अगवान, मोबीन, रिवान, यासीन तगाला, नदीम, सरजीम, मौसिम, आसिफ खत्री, राजकुमार, मौसिम कुरैशी, इरफान खिलजी, अमीर खत्री, रियाज, मोहम्मद इरफान, मोहम्मद अयूब से ठगी करना रिकॉर्ड में दर्ज है। मगर पकड़े गए आरोपियों से की गई प्रारंभिक पूछताछ में यह संख्या 36 हो गई है। पीडि़तों में डीडवाना, पडि़हारा के लोग भी शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक आरोपी राजा के खिलाफ श्रीडूंगरगढ़, बीकानेर , सीकर, उदयपुरवाटी, झुंझुनूं, सवाईमाधोपुर, नागौर, एसओजी थाना जयपुर , झोटवाड़ा जयपुर, भादरा, हनुमानगढ़, रानोली में ठगी के कई मामले दर्ज है। खास बात ये है कि एसओजी की गिरफ्तारी के बाद भी अन्य पुलिस थानों को इसका सुराग नहीं लग सका। क्योंकि वहां पर यह बदले नामों से वांछित था। पूछताछ में राजा ने बताया कि नागौर में 90 लाख रुपए की ठगी की थी।
अय्याश प्रवृत्ति का है
पुलिस के मुताबिक राजा का सहयोगी कय्यूम फर्जी वीजा तैयार करके राजा को देता था। राजा अय्यास प्रवृति का अपराधी है। जो मुस्लिमों के बीच रहकर वहां गरीब लोगों को अपना शिकार बनाता था। वह हर बार जेल से छूटते ही नाम बदलकर नए क्षेत्र में अपना जाल फैलाता है। इस खुलासे में पुलिस को साइबर सेल, चूरू की मदद भी मिली।
पुलिस के मुताबिक अनुसार आरोपित राजा ने अपने नाम बदल-बदलकर ठगी की है। ताकि पुलिस आसानी से पहचान न पाए। थानाधिकारी के अनुसार आरोपी ने राजा उर्फ रफीक उर्फ समीर उर्फ अल्ताफ उर्फ बंटी उर्फ मोबीन उर्फ इमरान नाम रखकर ठगी की। इतना ही नहीं, अपने पिता का भी एक बार नाम बदल दिया। राजा जब भी नाम बदलता था तो उसके मुताबिक आईडी या अन्य दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार कर लेता था।