चूरू

भुलाया नहीं जा सकता देश के अमर शहीदों का बलिदान

गांव गौरीसर में शहीद राजेंद्र नैण की मूर्ति का अनावरण

चूरूJan 01, 2019 / 12:00 pm

Madhusudan Sharma

भुलाया नहीं जा सकता देश के अमर शहीदों का बलिदान

रतनगढ़. सांसद राहुल कस्वा ने कहा कि शून्य से नीचे तापमान पर भी देश की सरहद की सुरक्षा के लिए बॉर्डर पर ड्यूटी करने वाले शहीदों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। वे सोमवार को गांव गौरीसर में गांव के शहीद राजेंद्र नैण की मूर्ति के अनावरण समारोह में उपस्थितजन को संबोधित कर रहे थे। मुख्य अतिथि कस्वा ने कहा कि युवा पीढ़ी शहीदों के देशभक्ति के जज्बे से प्रेरणा ले। अध्यक्षता कर रहे विधायक अभिनेश महर्षि ने कहा कि शहीद नैण ने अपनी शहादत से रतनगढ़, चूरू व राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है। मंचस्थ विशिष्ट अतिथि तारानगर विधायक नरेंद्र बुडानिया व सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट रामकुमार जाट, सहकारी बैंक चेयरमैन पूर्णाराम ने भी विचार व्यक्त किए। मंचस्थ अन्य विशिष्ट जनों में प्रधान गिरधारीलाल बांगड़वा, पूसाराम गोदारा, जिला सैनिक कल्याण बोर्ड व सीआरपीएफ के अधिकारी थे। मंचस्थ अतिथियों ने वैदिक मंत्रोच्चार पूर्वक शहीद राजेंद्र नैण की मूर्ति का अनावरण किया। इस मौके पर क्षेत्र के शहीद जगनसिंह लधासर, शहीद किशन सिंह भींचरी व शहीद मुकेश भास्कर भुखरेड़ी के परिजनों का भी सम्मान किया गया। छात्रा विशाखा इंदौरिया ने देश भक्ति की कविता प्रस्तुत की तो उपस्थितजन की आंखें नम हो गई। समारोह के दौरान शहीद राजेंद्र नैण अमर रहे व पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे गूंजते रहे। इस मौके पर शहीद के पिता सहीराम नैण, सरपंच संतोष जाट, बल्लू खां, मुरारीलाल शर्मा, गोपीराम कासनिया, जगदीश जांगिड़, भाजपा के बजरंग गुर्जर, नंदकिशोर भार्गव, राकेश पायलट, मालीराम पायली, हरिप्रसाद दायमा, अर्जुनराम सांगासर, दीनदयाल पारीक, मनोज हारित, जगजीतसिंह पडि़हारा, जसकरण गौड़, चरणसिंह कोका, सरपंच मनफूल टांडी सहित अनेक लोग उपस्थित थे। अतिथियों ने शहीद की प्रतिमा पर पुष्प चक्र व अन्य लोगों ने पुष्प अर्पित किए। संचालन बजरंगलाल जांगिड़ व इस्पाक अली ने किया।
रक्षा सूत्र बांध बिलख पड़ी बहनें
समारोह के दौरान शहीद राजेंद्र नैण की छोटी बहन शारदा व बड़ी बहन इमरता ने शहीद की मूर्ति पर रक्षा सूत्र बांधा। इस दौरान भावुक हुई दोनों बहने अपने भाई को याद कर बिलख पड़ी। जिन्हें मौजूद लोगों ने ढांढ़स बंधाया। गौरतलब है कि शहीद राजेंद्र नैण ३१ दिसंबर २०१७ को पुलवामा में आतंकियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे।

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