Churu Man death in police custody सरदारशहर के गांव सोनपालसर के युवक की पुलिस हिरासत में हुई संदिग्ध मौत के मामले में नया मोड़ आया है। मृतक की भाभी और परिजनों ने आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों पर सामूहिक बलात्कार ( Woman charged Rape on Police ) का आरोप लगाया है। परिजनों ने दोनों ही मामले में सीबीआइ से जांच करवाने की मांग की है। पीडि़ता एसएमएस अस्पताल के ट्रोमा वार्ड में भर्ती है, जहां उसका इलाज चल रहा है। सूचना मिलते ही विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी अस्पताल पहुंचे और आंदोलन की चेतावनी दी। उधर परिजन पुलिस महानिदेशक से मिले। पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह ने घटना की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी है।
पीडि़ता ने आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों पर बलात्कार करने का आरोप लगाया है। पीडि़ता का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की। हाथों और पैरों के नाखून नोंच लिए।पीडि़ता का आरोप है कि पुलिसवालों ने जबरन कुछ कागजों पर अंगूठा लगवा लिया और बलात्कार और देवर की हत्या वाली बात किसी को नहीं बताने की धमकी दी। भारत एकता मंच के संयोजक रोशन मुंडोतिया, राजस्थान प्रदेश नायक महासभा के जयपुर जिलाध्यक्ष बिहारी लाल नायक ने बताया कि आरोपितों पर कार्रवाई नहीं की गई तो 15 जुलाई को विधानसभा का घेराव किया जाएगा।
भाभी एसएमएस में भर्ती
बुधवार रात मृतक की भाभी व भाई घर पहुंच गए। लेकिन शुक्रवार दोपहर बाद महिला की तबीयत और गंभीर हो गई। इसके कारण परिजन उसे सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर ले गए। यहां चिकित्सकों ने उसे ट्रोमा सेंटर में भर्ती कर उपचार शुरू किया।
राजस्थान पत्रिका ने शुक्रवार के अंक में पूरे घटनाक्रम व पुलिस की करतूत को उजागर किया तो एसपी भी हैरान हो गए। पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी भंवरलाल व महिला थाने की थानाधिकारी राजेश को महिला का बयान लेने के लिए एसएमएस अस्पताल भेजा। लेकिन शाम आठ बजे तक महिला ने बयान नहीं दिया। पीडि़ता ने तबीयत खराब होने की बात कहकर बयान नहीं देने में असमर्थता जताई। महिला के बयान के आधार पर व परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज किया जाएगा।
हाथ-पैर के नाखून नोंचे
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने कथित चोरी का माल बरामद करने के लिए मृतक की भाभी के साथ भी बर्बरता से मारपीट की। उसके हाथ व पैर के नाखूनों पर भारी चोट पहुंचाई। यह भी आरोप लगाया कि उसके निजी पार्ट से खून बह रहा था जिससे उसकी तबीयत और खराब हो गई है।
पीडि़ता के परिजन शुक्रवार को मिले थे। मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी है। -भूपेन्द्र सिंह, पुलिस महानिदेशक, राजस्थान
थाने में लगे सीसीटीवी की जांच हो
सरदारशहर पुलिस कह रही है कि मृतक की भाभी को पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने नहीं ले आई थी। वहीं महिला के ससुर का आरोप है कि उसे पुलिस थाने ले गई थी। अब दोनों पक्षों की सच्चाई जानने के लिए पुलिस थाने में लगे सीसीटीवी की जांच होनी चाहिए। इससे स्पष्ट हो जाएगा कि पुलिस महिला को थाने लाई थी या नहीं। दूसरा सवाल यह भी यदि महिला के साथ मारपीट नहीं की गई तो उसकी हालात इतनी दयनीय कैसे हुई। दाह संस्कार के दिन पुलिस उसे रात को कहां से और क्यों ले गई फिर उसे सरदारशहर अस्पताल में भर्ती क्यों कराया। इधर अखिल भारतीय नायक महासभा के जिलाध्यक्ष रामेश्वर नायक ने बताया कि पुलिस अभी भी सादे वर्दी में मृतक के घर पुलिस तैनात है। वहां आने वालों की वीडियोग्राफी की जा रही है।
पीडि़ता का बयान लेने के लिए टीम भेजी गई है बयान होने के बाद ही मामला दर्ज किया जाएगा। पीडि़त जिस तरह बयान देगी उसी के मुताबिक मामला दर्ज होगा। समाज के लोग कुछ भी कहते रहे उसके आधार पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। कुछ लोग पुलिस को दबाव में लेने के लिए ऐसा कर रहे हैं। अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है कि पुलिस ने किसी के साथ मारपीट की है। -राजेन्द्र कुमार शर्मा, एसपी, चूरू