दो वर्ष पहले बनी योजना का आधार
आईपीएस प्रशांत किरण ने बताया कि दो वर्ष पहले हरियाणा में इसी तरह की वारदात हुई थी। हरियाणा के हांसी में कर्ज से परेशान ट्रक चालक ने ट्रक के खलासी को ट्रक के केबिन में जिंदा जला दिया था। इसके बाद खुद की मौत दिखाकर लाखों रुपए का बीमा क्लेम उठा लिया था। हालांकि बाद में इस वारदात का खुलासा हो गया। पुलिस ने आरोपी ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी ट्रक चालक राजेश कुमार ने इसी वारदात से प्रेरित होकर खलासी दिनेश उर्फ देसी को ट्रक में जिंदा जलाने की वारदात को अंजाम दिया।
खलासी भी मांगता था पैसे
मृतक खलासी दिनेश उर्फ देसी आरोपी राजेश के पास नौकरी करता था। कई महीनों से आरोपी ने दिनेश को मजदूरी के पैसे भी नहीं दिए थे। ऐसे में वह दूसरी जगह मजदूरी करने लगा। इसी का फायदा उठाकर आरोपी राजेश ने उसकी ट्रक में जलाकर हत्या करने की योजना बनाई। दिनेश को बकाया पैसे देने और मजदूरी देने का बहाना कर ट्रक में साथ लाया था। पत्नी से भी नहीं की बात
घटना को अंजाम देकर आरोपी अपने घर नहीं गया। उसने अपना भेष बदल लिया और सरदार की तरह पगड़ी बांध ली। जब उसे मामला खुलने का पता चला तो वह जान पहचान वालों के पास पुलिस से छुपाने का प्रयास करता रहा। घर में पत्नी एक पुत्र और दो पुत्रियां उसका इंतजार करती रही। लेकिन आरोपी ने उनसे भी बात नहीं की। इसके बाद वह भिवानी हरियाणा, यूपी तथा अपने रिश्तेदारों के पास पुलिस से बचने के लिए छिपता रहा। आखिर वह पगड़ी बांधे हुए सरदार के भेष में ही बरवाला पहुंचा, जहां पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
ट्रक पर 14 लाख कर्ज, रिश्तेदारों से लिए लाखों
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी राजेश जुआ-सट्टा खेलता है। इसमें वह लाखों रुपए हार गया। ऐसे में 14 लाख रुपए कर्ज उसने ट्रक को गिरवी रखकर उठा लिया था। इसके अलावा रिश्तेदारों व मिलने वाले लोगों से भी लाखों रुपए का कर्ज ले रखा था। आय का उसके पास अन्य कोई माध्यम नहीं था। ऐसे में पैसा मांगने वाले उस पर लगातार दबाव बना रहे थे।