सरपंच रमेश खांडा ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की जा रही है। ढाब के पानी में चावल पकाकर एवंं गोगाजी को अर्पित किए। समूचे ददरेवा गांव में यूपी और पंजाब के श्रद्धालु लोकदेवता गोगाजी के भजन-कीर्तन कर रहे हंै। हजारों श्रद्धालुओं तथा पति-पत्नी ने तालाब किनारे पूजा की। ददरेवा में लाखों श्रद्धालुओं ने गोगाजी के दर्शन किए।
आज होगी गोगाजी की पूजा मेले के अन्तर्गत आने वाले श्रद्धालु मंगलवार को अष्टमी के दिन लोक देवता गोगाजी की विशेष पूजा-अर्चना की। अष्टमी की पूजा के साथ ही प्रथम चरण का मेला समाप्त हो गया। श्रद्धालु अष्टमी की पूजा के बाद गोगाजी समाधि-स्थल गोगामेड़ी पहुंचकर गोगानवमी की पूजा-अर्चना कर मन्नते मांगी।
किया दुग्धाभिषेक
रतनगढ़. शिवबाड़ी के पास जाहरवीर गोगा महाराज का दुग्धाभिषेक नानूराम माली के सान्निध्य में पंडित मधुसूदन शर्मा ने कराया। दुग्धाभिषेक से पूर्व गोगा जी महाराज की विशेष पूजा अर्चना कर हवन किया गया । इस अवसर पर देवीदत्त स्वामी, ओम सारस्वत, श्याम पुरोहित, महेंद्रकुमार सारस्वत, पृथ्वीराज गौड़ उपस्थित थे।
रतनगढ़. शिवबाड़ी के पास जाहरवीर गोगा महाराज का दुग्धाभिषेक नानूराम माली के सान्निध्य में पंडित मधुसूदन शर्मा ने कराया। दुग्धाभिषेक से पूर्व गोगा जी महाराज की विशेष पूजा अर्चना कर हवन किया गया । इस अवसर पर देवीदत्त स्वामी, ओम सारस्वत, श्याम पुरोहित, महेंद्रकुमार सारस्वत, पृथ्वीराज गौड़ उपस्थित थे।
आज भरेगा गोगा मेला
चूरू. चूंरू में गोगामेड़ी पर बुधवार को गोगाजी का मेला भरेगा। कड़वासर गोगामेड़ी धाम पर बुधवार रात गोगाजी महाराज का मेला भरेगा। धाम के भक्त तुलसीराम शर्मा ने बताया कि ग्रामीणों के सहयोग से 17 वर्षों से मेले का आयोजन हो रहा है।
चूरू. चूंरू में गोगामेड़ी पर बुधवार को गोगाजी का मेला भरेगा। कड़वासर गोगामेड़ी धाम पर बुधवार रात गोगाजी महाराज का मेला भरेगा। धाम के भक्त तुलसीराम शर्मा ने बताया कि ग्रामीणों के सहयोग से 17 वर्षों से मेले का आयोजन हो रहा है।
भजन संध्या 16 को
सरदारशहर. चातुर्मास ज्ञान यज्ञ समारोह में श्री नाथजी भक्त मंडल, गोशाला बास की ओर से 16 अगस्त को भजन संध्या होगी। भजन संध्या में अमृतनाथ आश्रम, फतेहपुर के संत विकासनाथ व स्मृतिनाथ भजनों की प्रस्तुतियां देंगे।
धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष ही जीवन का स्तंभ
सरदारशहर. कस्बे में सोमवार को सत्संग कार्यक्रम हुआ। इसमें स्वामी दिव्यानंद ने कहा कि धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष ही जीवन का स्तंभ है। उन्होंने कहा कि जीवन धर्म से शुरू हो ओर मोक्ष से अंत हो तभी जीवन सार्थक हो सकता है। संचालन नथमल वर्मा ने किया। इसी प्रकार जैतासर गांव में चल रही नानी बाई का मायरो कथा का वाचन संत शंकरदास ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।