ददरेवा को पर्यटन स्थल बनाने की कार्रवाई नहीं पकड़ रही गति
सादुलपुर. जाहरवीर गोगाजी महाराज की जन्म स्थली ददरेवा को पर्यटन स्थल बनाने के लिए कार्रवाई गति नहीं पकड़ रही है। लगभग दो वर्ष पहले भाजपा सरकार एवं प्रशासन ने ददरेवा को पर्यटन स्थल बनाने के लिए ददरेवा के सौंदर्यकरण के लिए सड़क निर्माण, पानी, बिजली की व्यवस्था आदि विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को पूरा करने के लिए प्लान बनाने के साथ प्रस्ताव लेने की कार्रवाई शुरू की थी। जिस पर ग्रामीणों ने भी खुशी जाहिर की थी। लेकिन खुशी, निराशा में बदलती नजर आ रही है। इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि लोकदेवता गोगाजी महाराज एवं दादा कायम खां की भूमि ददरेवा संपूर्ण भारत में प्रसिद्ध है लेकिन बुनियादी सुविधा के अभाव में ग्रामीणों को परेशानी के साथ-साथ गांव का विकास नहीं होने पर दु:ख भी है। लेकिन पर्यटन स्थल बनने से जहां गांव के नौजवान युवकों को रोजगार मिलेगा वहीं बुनियादी सुविधाओं का ग्रामीणों को लाभ मिल पाएगा। पर्यटन स्थल बनाने के लिए प्रशासन एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों ने ददरेवा में पहुंचकर मौका-निरीक्षण भी किया था तथा ग्रामीणों से विचार-विमर्श कर सुझाव और विचार भी मांगे थे। अधिकारियों ने गांव के सौंदर्यकरण के लिए सड़क निर्माण के लिए लोकेशन तय की तथा बस स्टेण्ड से बाई पास तक सीसी सड़क मय फुटपाथ निर्माण करने, सड़क के बीच डिवाइडर बनाकर विद्युत पोल लगाकर रोशनी व्यवस्था करने एवं सादुलपुर-तारानगर सड़क से वार्ड संख्या दस से गोगाजी मंदिर एवं ऐतिहासिक तालाब तक तथा मिठड़ी सड़क मार्ग से कयामखानी भवन तक डामर सड़क निर्माण करने का प्रस्ताव तैयार किया था। इसके अलावा बस स्टैंड के पास ग्रामीणों और गोगाजी के लक्खी मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पानी व्यवस्था के लिए बड़ी टंकी का निर्माण करवाने तथा प्रमुख मार्गों पर रोशनी व्यवस्था करवाने एवं ऐतिहासिक तालाब के सौंदर्यकरण के लिए चारदीवारी के साथ दूधिया विद्युत रोशनी करवाने का भी प्रस्ताव भी लिया था। लेकिन कार्रवाई आज तक शुरू नहंी की गई। जिसके कारण ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। इस संबंध में नवयुवक मंडल के अध्यक्ष राजकुमार कालेरा सहित ग्रामीणों ने नई सरकार से अपेक्षा की है। मांग को लेकर सीएम को ज्ञापन भेजने का निर्णय लिया है।