छेड़छाड़ की घटनाएं भी बढ़ी
युवतियों, बालिकाओं के साथ में कॉलेज, स्कूल, रास्ते सहित घरों में छेड़छाड़ की घटनाएं बढ़ रही हैं। हालत यह है कि बेटियां स्वयं को घर की दहलीज पार करते ही स्वयं को सुरक्षित महसूस नहीं कर पा रही है। रोज होती घटनाओं को लेकर अभिभावक भी सुरक्षा को लेकर चिन्तित हैं। आंकड़ों की मानें तो जिले में पिछले तीन सालों में छेड़छाड़ के 139 मामले दर्ज हुए हैं। जो कि वर्ष दर वर्ष बढ़ते जा रहे हैं वर्ष 2018 जिले में 25, 2019 में 47 व इस वर्ष जनवरी से लेकर अगस्त तक छेड़छाड़ के 67 मामले दर्ज किए गए हैं। जो कि समाज में गिरते हुए नैतिक पतन को दर्शाता है। चिन्ताजनक पहलू यह है कि जिनके भरोसे परिजन बेटियों को सुरक्षित समझकर छोड़ते है, वहीं लोग भी छेड़छाड़ जैसी घटनाओं में शामिल हो रहे हैं।
इनका कहना है…
समय-समय पर पुलिस की ओर से शिविर लगाकर महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी दी जाती है। शहर में महिला पुलिस पेट्रोलिंग टीम 24 घंटे पेट्रोलिंग कर रही है। महिला उत्पीडऩ मामलों में पीडि़त को त्वरित न्याय मिले इसके लिए अलग यूनिट काम कर रही है। महिला अपराध से जुड़े सभी मामलों की गहनता से जांच की जाती है। पुलिस का उद्देश्य है कि पीडि़त को त्वरित न्याय मिले, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
परिस देशमुख, पुलिस अधीक्षक चूरू