जिले में 173 गोशालाएं संचालित हैं। जिसमें से 130 को ही पात्र मानकर सहायता दी गई है। इनमें अधिकांश गोशालाएं छोटी हैं। जिनमें गोवंश कम है।
छोटी गोशालाओं में कम्प्यूटर व इंटरनेट सुविधा के लिए संचालकों को अलग से कम्प्यूटर ऑपरेटर रखना होगा। जिससे गोशाला पर आर्थिक भार भी बढऩे की संभावना है।
&नए वर्ष से सभी को कम्प्यूटर व इंटरनेट की व्यवस्था करनी होगी। इसे लेकर पांच जनवरी को गोशाला संचालकों की बैठक बुलाई गई है।
डा. जगदीशप्रसाद शर्मा, संयुक्त निदेशक, पशु पालन विभाग, चूरू
मूलचंद तिवाड़ी, मंत्री कृष्ण गोसेवा सदन भोजलाई बास, सुजानगढ़