इस संबंध में मनोज बेनीवाल की पत्नी चांदरतन ने सदर थाने में पति के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली सुमन सहित उसके फूफा प्रेम, पंडित, पति के पास काम करने वाले लड़के करण, अर्जुन के साथ मिलकर सम्पत्ति हड़पने के लिए खाने में जहर मिलाने का मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में बताया कि घटना के दिन सुमन, प्रेम, पंडित व करण अर्जुन ने पहले ही खाना खा लिया था। जबकि मनोज कुमार, बाबूलाल व अन्य मजदूरों को बाद में खाना खिलाया, जिसमें जहर मिला हुआ था। जिससे मनोज कुमार व बाबूलाल की तबीयत बिगड़ गयी। इससे बाबूलाल की मौत हो गई, जबकि मनोज गंभीर हालत में जयपुर में भर्ती है। पुलिस ने पत्नी की रिपोर्ट के आधार पर सुमन, पंडित, प्रेम, करण, अर्जुन व एक अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। इधर, सदर पुलिस ने शनिवार को बाबूलाल के शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों के सुपुर्द कर दिया। इधर, मामला दर्ज होने पर एसपी दिगंत आनंद ने निर्देशानुसार एएसपी राजेन्द्र मीणा, सीओ सिटी राजेन्द्र बुरडक के सुपरविजन में टीम का गठन किया गया था।
सूत्रों की माने तो महिला सुमन बिसाऊ रोड पर शादी, पार्टियों में ऊंटगाड़ी, घोडी, डीजे आदि किराए पर देने वाले पूनिया कॉलोनी निवासी मनोज बेनीवाल के साथ पिछले ढाई-तीन साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रही थी। बताया जा रहा है कि मनोज के नोहरे में एक पंडित का आना-जाना लगा रहता, जो कि उससे लेन-देन का काम करता था। इस दौरान पंडित व महिला की नजदीकियां बढ़ गई थी। सुमन ने पहले ही नसबंदी करा ली थी। बच्चे नहीं होने से परेशान थी, यह बात उसने पंडित को बताई तो उसने पूजा करवाने की बात कही। पूछताछ में बताया कि पंडित के कहने पर महिला ने पहले भी पूजा कराई थी। पूजा कराने से पहले पति को नींद की गोली दे देती थी, उसके सोने के बाद पूजा आदि काम करती थी। गुरुवार को पंडित ने रात में आकर पूजा करने के लिए सुमन को कहा था। इस पर आरोपी महिला ने सबसे पहले ही खाना खा लिया, बाद में खाने में जहर मिला दिया। बताया जा रहा है कि मुनीम जी की ढाणी निवासी बाबूलाल गुर्जर व मनोज बेनीवाल ने अच्छी तरह खाना खाया था।
अपनी ही कहानी में उलझी
शुक्रवार को बाबूलाल के दोपहर तक नहीं जागने पर परिजन राजकीय भरतिया अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर रैफर कर दिया, लेकिन सीकर में उसकी मौत होने पर शव लेकर चूरू वापस आ गए। शुक्रवार शाम को मनोज बेनीवाल को भी तबीयत बिगड़ने पर भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद मनोज को हायर सेंटर रैफर किया गया था। अस्पताल में आरोपी महिला सुमन ने पुलिस को बताया कि रात को सोते समय मनोज के अचानक गिरने से बेहोश हो गया। बाद में कहा कि मनोज मजदूरों के साथ नीचे ही सो आ रहा था, अचानक तबीयत बिगड़ गई। विरोधाभासी कहानी पर पुलिस को शक हुआ।
मोबाइल पर थी सम्पर्क में
अस्पताल में मनोज की तबीयत बिगड़ने के बावजूद महिला पोर्च में खड़ी मोबाइल पर किसी से लगातार चेटिंग कर रही थी। सदर थाने के हैड कांस्टेबल संजय को उसकी गतिविधि पर शक हुआ, इस पर चौकी प्रभारी अलका विश्नोई ने महिला का मोबाइल अपने कब्जे में लिया। बाद में महिला को सदर थाने लाकर पूछताछ करने पर टूट गई व सारी कहानी उगल दी। टीम में सदर थानाधिकारी सुभाषचंद्र, हैड कांस्टेबल संजय, कांस्टेबल नवीन, गोपीराम, धर्मेन्द्र, सरजीत, जितेन्द्र, संदीप आदि शामिल रहे।