डीएलबी टीम जा चुकी है अंबिकापुर
जानकारी के मुताबिक, स्वायत्त शासन विभाग जयपुर निदेशालय की टीम पिछले सर्वे में दूसरे स्थान पर आई और इस साल अव्वल रही अंबिकापुर का दौरा कर चुकी है। अध्ययन रिपोर्ट से उसने चूरू सहित पूरे राज्य की इकाइयों को अवगत कराया, लेकिन अफसोस कि उस पर अनेकानेक कारणों से पूणत: अमल नहीं हो पा रहा।
एक नजर : स्वच्छता सर्वे 2020 की स्थिति
सर्वे में प्रथम सौ स्थान पर आए शहरों की स्थिति को देखें, तो ओवरऑल प्रथम रहने वाले शहर इंदौर ने तकरीबन 93 फीसदी अंक हासिल किए हैं, जबकि चूरू 35 फीसदी अंकों के साथ अपनी कैटेगरी में 252वें नंबर पर है। इस कैटेगरी में अव्वल अंबिकापुर के 60 फीसदी अंक हैं। बिंदुवार देखें, तो मोटे तौर पर चार बिंदुओं पर अंक दिए गए हैं। डायरेक्ट ऑब्जरवेशन में चूरू को तकरीबन 40 फीसदी अंक मिले हैं, जबकि सबसे महत्वपूर्ण बिंदु कचरा निस्तारण में मात्र 15 फीसदी अंक मिले हैं। गारबेज फ्री सिटी जैसे अहम बिंदु पर तो शून्य स्कोर रहा है। ओडीएफ में 200/200 अंक मिले हैं, जबकि सिटीजन फीडबैक के एक हिस्से में 1000 अंकों ने ओवरऑल फिसड्डी रहने से बचा लिया।