कहते हैं ना अक्सर मौत का आभास हो जाता है। मरने वाला उसे बयां भी कर देता है, मगर उस वक्त उसे शायद कोई समझ ही नहीं पाता है। कुछ ऐसा ही आभास शायद हार्डकोर अपराधी व हमीरवास थाने के हिस्ट्रीशीटर अजय जैतपुरा को भी हो गया था। अजय जैतपुरा की बुधवार को चूरू जिले की सादुलपुर के एडीजे कोर्ट में अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
चूरू में 15 साल बाद मर्डर इन कोर्ट का पार्ट-2, याद आया सुमेर फगेड़िया व वीरेन्द्र न्यांगली हत्याकांड इससे पहले अजय जैतपुरा ने 15 जनवरी 2018 को अपने फेसबुक अकाउंट पर दोपहर 2.51 पर एक पोस्ट डाली, जिसमें एक बच्चे के साथ खुद की फोटो भी है। पोस्ट पर राजस्थानी में संदेश लिखा हुआ है कि….’टैम नं बिगाड़ा टैम एं सुधारै गां, दुश्मन मं तो दम कौनी!!! कोएं अपणां एं घणां मीठा बणकै मारै गां’ (समय ने बिगाड़ा है। ये समय ही सुधारेगा। दुश्मन में तो मारने का दम नहीं। कोई अपना ही बहुत मीठा बनकर मारेगा।)
पोस्ट सोशल मीडिया में वायरल अजय जैतपुरा के मर्डर के बाद उसकी फेसबुक की यह पोस्ट भी सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। इस पोस्ट को 11 सौ से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं। वहीं मर्डर के बाद लोग इस पर जमकर कमेंट भी कर रहे हैं।
गैंग में हुई अनबन ने ली जान चूरू एसपी राहुल बारहट ने बताया कि अजय कुमार जैतपुरा हरियाणा में किसी जाट गैंग का सदस्य था। गैंग सदस्यों के साथ उसकी किसी बात को लेकर पहले अनबन हो गई थी। इसके चलते गैंग के सदस्यों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। घटना में पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे हंै। एक टीम आरोपितों के पीछे लगी है।
इन थानों में जैतपुरा के खिलाफ दर्ज मामले
पुलिस के अनुसार हमीरवास, सादुलपुर, झुझुनूं कोतवाली, पिलानी, सदर थाना झुंझुनूं, व्यास कॉलोनी बीकानेर , तारानगर, मंडे्रला, रतनगढ़ व लुहारू सहित अनेक पुलिस थाना में मारपीट, लूट, अपहरण, चोरी, हत्या का प्रयास, आम्र्स एक्ट, हत्या, राजकार्य में बाधा, लूट व डकैती के मामले दर्ज हैं। इसमें हत्या के दो, हत्या के प्रयास के नौ, आम्र्स एक्ट के छह, शराब तस्करी का एक, लूट व चोरी के आठ और अपहरण के दो मामले दर्ज है।
विधायक ने लिया जायजा
फायरिंग मामले में तारानगर विधायक जयनारायण पूनिया ने मिनी सचिवालय पहुंचकर अधिवक्ताओं से जानकारी ली। विधायक ने ऐसी घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सभी को मिलकर प्रभावी प्रयास करने की आवश्यकता जताई।
फायरिंग मामले में तारानगर विधायक जयनारायण पूनिया ने मिनी सचिवालय पहुंचकर अधिवक्ताओं से जानकारी ली। विधायक ने ऐसी घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सभी को मिलकर प्रभावी प्रयास करने की आवश्यकता जताई।