राजस्थान परिवहन निगम के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे के आह्वान पर अपनी 13 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलनरत रोडवेजकर्मी शुक्रवार को तीसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। चूरू व सरदारशहर आगार की बसें रूट पर नहीं चलने से रोडवेज को तीन दिन में करीब ५४ लाख रुपए के राजस्व की चपत लग चुकी है। वहीं बसें नहीं चलने से यात्रियों को निजी व अवैध रूप से चलने वाले छोटे वाहनों में जान हथेली पर रखकर यात्रा करनी पड़ी। उधरडिपो परिसर में आंदोलनकारी रोडवेजकर्मियों का धरना जारी रहा। धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मांगें नहीं माने जाने तक हड़ताल जारी रहेगी।
किसान नेता आदूराम न्यौल ने धरने को समर्थन देते हुए कहा कि सरकार रोडवेज में नई बसों की खरीद नहीं करके इसका निजीकरण करना चाहती है। ऐसा हरगिज नहीं होने दिया जाएगा। सेवानिवृत कर्मचारियों के बकाया परिलाभों का भुगतान नहीं किया गया तो आगामी दिनों में पंचायत राज मंत्री राजेंद्र राठौड़ का घेराव किया जाएगा। रोडवेज कर्मचारी नेता तालिम हुसैन ने कर्मचारियों से लंबे संघर्षके लिए तैयार रहने का आह्वान किया। धरने को गिधाराम न्यौल, रामकुमार रूयल, जितेंद्र चाहर व राजकुमार सैनी सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। रोडवेज की हड़ताल के कारण लोगों को निजी व छोटे वाहनों में भी बैठने की जगह नहीं मिल सकी। लोगों को बसों में खड़े रहकर यात्रा करनी पड़ी। वहीं अनेक यात्रियों ने यात्रा निरस्त तक कर दी।
हड़ताल जारी
तारानगर. प्रदेशव्यापी आह्वान पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर तीसरे दिन भी रोडवेजकर्मी हड़ताल पर रहे। रोडवेजकर्मियों ने बस स्टैंड पर धरना देकर प्रदर्शन किया। हड़ताल के कारण रोडवेज बसों का संचालन नहीं ंहो सका। धरना देने वालों में हरिराम सैनी, जसवंत बेनीवाल, मोहम्मद हुसैन, महावीर नाई, श्रवण दायमा, बलवान पूनिया, पवन शर्मा, महेन्द्र स्वामी आदि शामिल थे।
लाखों का नुकसान
सरदारशहर. विभिन्न मांगों को लेकर रोड़वेजकर्मियों की चक्काजाम हड़तान तीसरे दिन भी जारी रही। बसों के नहीं चलने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। सरकार को लाखों रुपए का नुकसान हुआ। यात्री जान जोखिम में डालकर निजी वाहनों में सफर करते नजर आए। रोडवेजकर्मियों की ओर से दिए जा रहे धरने में शामिल हुए पूर्व विधायक चन्द्रशेखर बैद ने कहा कि रोडवेजकर्मियों की जायज मांगे सरकार तुरंत माने। अन्यथा खमियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने राजकीय उपक्रम को खत्म करने की सरकारी नीति की आलोचना की। बैद ने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह परिवहन निगम को बढावा दें। माकपा नेता जगदीश शर्मा, बनवारीलाल शर्मा, गणेशदास स्वामी, मांगू खां ने संबोधित किया। धरने पर मदनलाल पारीक, रामेश्वर भास्कर, लक्ष्मीनारायण जांगिड़, महेश कुमार, बाबू खां, शंकरलाल दर्जी, सुरेश कुमार, नानूदास स्वामी, रामचन्द्र माली, राजकुमारसिंह, भूपसिंह भादू, वीरसिंह आदि बैठे।
यात्री परेशान
रतनगढ़. रोडवेज कर्मियों की हड़ताल तीसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। रोडवेज बसें नहीं चलने से लोगों को निजी बसों में खड़े रहकर यात्रा करनी पड़ी।छोटे वाहन चालकों ने भी यात्रियों से मनमाना किराया वसूलने में कोईकसर नहीं छोड़ी।