भयंकर शीतलहर का रेड अलर्ट जारी होने के पहले ही दिन चूरू माइनस डिग्री में चला गया। लोगों की शनिवार सुबह जब आंख खुली तो बर्तनों व खेतों में फसलों पर बर्फ ही बर्फ ही दिखी। बाहर खड़े वाहनों पर चारों तरफ बर्फ जमी थी। सुबह आठ बजे तक जोरदार सर्दी से अंचल के लोग ठिठुर गए। सुबह का पारा माइनस ०.६ डिग्री पहुंच गया। इसी के साथ सर्दी ने दिसंबर माह में पिछले छह सालों का रिकार्ड तोड़ दिया। शनिवार की सुबह बीते छह सालों में सबसे सर्द रही।
पांच साल पहले 29 को पारा माइनस 0.5 था
बीते दस सालों में दिसंबर के आखिरी में कई बार न्यूनतम तापमान माइनस डिग्री सेल्सियस में जा चुका है। इससे पूर्व पांच साल पहले 2013 में 29 दिसंबर को ही न्यूनतम तापमान माइनस 0.5 पर आ गया था। अब तक सबसे अधिक तापमान 1973 में 28 दिसंबर को माइनस 4.6 डिग्री दर्ज किया गया था।
बीते दस सालों में दिसंबर के आखिरी में कई बार न्यूनतम तापमान माइनस डिग्री सेल्सियस में जा चुका है। इससे पूर्व पांच साल पहले 2013 में 29 दिसंबर को ही न्यूनतम तापमान माइनस 0.5 पर आ गया था। अब तक सबसे अधिक तापमान 1973 में 28 दिसंबर को माइनस 4.6 डिग्री दर्ज किया गया था।
फलौदी में न्यूनतम पारा १० डिग्री
वहीं फलौदी का न्यूनतम पारा 10 डिग्री सेल्सियस रहा। यहां अधिकतम तापमान 26 डिग्री दर्ज किया गया। चूरू मौसम विभाग के जिला प्रभारी जिलेसिंह ने बताया कि श्रीनगर में तेज बर्फबारी के कारण चूरू सहित आस-पास के जिले में तेज शीतलहर चल रही है। अलगे तीन चार दिनों तक इसका असर रहेगा। अधिकतम तापमान २५.५ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शुक्रवार के मुकाबले दो डिग्री की बढ़ोतरी हुई।
वहीं फलौदी का न्यूनतम पारा 10 डिग्री सेल्सियस रहा। यहां अधिकतम तापमान 26 डिग्री दर्ज किया गया। चूरू मौसम विभाग के जिला प्रभारी जिलेसिंह ने बताया कि श्रीनगर में तेज बर्फबारी के कारण चूरू सहित आस-पास के जिले में तेज शीतलहर चल रही है। अलगे तीन चार दिनों तक इसका असर रहेगा। अधिकतम तापमान २५.५ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शुक्रवार के मुकाबले दो डिग्री की बढ़ोतरी हुई।
सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने के निर्देश
जिले में लगातार पड़ रही तेज सर्दी एवं शीत-लहर के चलते जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर उपखंड अधिकारियों व निकाय अधिकारियों को आदेश जारी किया है। अतिरिक्त जिला कलक्टर रामरतन सौंकरिया ने बताया कि प्रशासन द्वारा आवासहीन, मजदूरों एवं यात्रियों को रात में सोने की समस्या नहीं हो इसलिए जिले में निकायों को पाबंद किया है। सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
जिले में लगातार पड़ रही तेज सर्दी एवं शीत-लहर के चलते जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर उपखंड अधिकारियों व निकाय अधिकारियों को आदेश जारी किया है। अतिरिक्त जिला कलक्टर रामरतन सौंकरिया ने बताया कि प्रशासन द्वारा आवासहीन, मजदूरों एवं यात्रियों को रात में सोने की समस्या नहीं हो इसलिए जिले में निकायों को पाबंद किया है। सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
अलाव बना सहारा
सांडवा. कड़ाके की सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हंै। शनिवार को दिन की शुरुआत में ही सर्दी के तेवर तीखे थे। सुबह सर्द हवा चली। शाम ढलने के बाद भी तेज सर्दी रही। सर्दी के कारण अंचल में पेड़-पौधे भी सूखने लगे हैं। किसान फसलों के बचाव में जुटे हुए हैं।
सांडवा. कड़ाके की सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हंै। शनिवार को दिन की शुरुआत में ही सर्दी के तेवर तीखे थे। सुबह सर्द हवा चली। शाम ढलने के बाद भी तेज सर्दी रही। सर्दी के कारण अंचल में पेड़-पौधे भी सूखने लगे हैं। किसान फसलों के बचाव में जुटे हुए हैं।
प्रदेश में यहां का पारा माइनस में
चूरू -0.6
माउंट आबू -1.0
भीलवाड़ा -1.0
दिसंबर में एक से नीचे चूरू का तापमान
तारीख तापमान
29 -0.6
28 0०
२६ 00
20 0.5
19 0.9
दिसंबर में कब-कब पारा माइनस में
वर्ष तापमान तारीख
2018 -0.6 29
1015 -0.4 14
2013 -0.5 29
2011 -1.4 25
2007 -0.6 31
1973 -4.6 28
चूरू -0.6
माउंट आबू -1.0
भीलवाड़ा -1.0
दिसंबर में एक से नीचे चूरू का तापमान
तारीख तापमान
29 -0.6
28 0०
२६ 00
20 0.5
19 0.9
दिसंबर में कब-कब पारा माइनस में
वर्ष तापमान तारीख
2018 -0.6 29
1015 -0.4 14
2013 -0.5 29
2011 -1.4 25
2007 -0.6 31
1973 -4.6 28