जानकारी के अनुसार पर्यावरण प्रेमी शिवराम वैष्णव ने आजोलिया का खेड़ा में अपने निजी प्लॉट पर नर्सरी बना रखी है। अपने स्तर पर 2018 में एक सोच के साथ कि देश, पर्यावरण के लिए कुछ किया जाए। इससे प्रेरित होकर अकेले ने 2018 में पौधारोपण शुरू किया जो आगे चलकर एक समिति का रूप बन गया। 2020 में उन्होंने जो नर्सरी बनाई उसमें से हजारों पौधे अपने स्तर पर बीज एकत्रित कर तैयार किए जिनका नि:शुल्क वितरण किया जाता है। बारिश के सीजन में जिले के कई गांवों से लोग यहां से नि:शुल्क पौधे लेकर जाते हैं। शिवराम अब तक आम जनों को 11000 पौधे वितरण कर चुके हैं। वे प्रतिदिन सुबह 6 से 8 बजे तक नर्सरी की देखरेख करते हैं और वहीं से पौधे वितरण करते हैं।
वर्तमान में नर्सरी में फलदार, छायादार एवं डेकोरेटिव पौधे उपलब्ध है। शिवराम वैष्णव ने बताया कि सार्वजनिक जगह पर पौधारोपण कार्य की शुरुआत 2018 में अकेले ने की थी। इसके बाद 2019 में सात दोस्तों के साथ मिलकर एक समिति बनाई जिसमें वर्तमान में 25 सदस्य हैं। हर शनिवार को समिति के वृक्ष मित्र सार्वजनिक स्थानों पर जाकर पौधारोपण करते हैं, पौधे वितरण करते हैं। इन्होंने 2020 में लॉकडाउन के समय में वन्य जीवों के लिए भोजन व्यवस्था का कार्य प्रारंभ किया था जो आज तक चल रहा है। गो सेवा के लिए 2021 से ही पानी के कुंडे एवं गोपात्र रखे जा रहे हैं। पक्षियों के लिए परिंदों की व्यवस्था भी 2021 से ही चल रही है। पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए पिछले 6 वर्षों में इन्होंने 116 कार्यक्रम ऐसे किए हैं जिसमें जन्म दिवस, वैवाहिक वर्षगांठ एवं पुण्यतिथि पर पौधारोपण कर प्रकृति संरक्षण के प्रति लोगों को प्रेरित किया है।