पति कन्हैयालाल धाकड़ (27) ने जब तक थ्रेसर बंद किया, तब तक पत्नी टीना की मौत हो चुकी थी। थ्रेसर में बाल और शरीर के कुछ हिस्से फंसे हुए थे। अन्य लोगों की मदद से उसे निकाला गया। हादसा थ्रेसर में साड़ी फंसने के कारण हुआ। मामला चित्तौड़गढ़ में निंबाहेड़ा कस्बे के गांव बांगेड़ा मामादेव का बुधवार दोपहर करीब एक बजे का है।
इस दर्दनाक हादसे के बाद परिवार में मातम छा गया। गांव भर से लोग मौके पर एकत्र हो गए। सभी की आंखें भर आईं। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त उनकी 5 साल की बेटी मशीन के पास बिछे प्लास्टिक के तिरपाल पर बैठी थी।
निंबाहेड़ा थाने के एएसआई जुल्फिकार ने बताया- देवीलाल धाकड़ (48) ने रिपोर्ट दी कि मेरी बहू टीना (26) पत्नी कन्हैयालाल धाकड़ (27) बुधवार को मेथी निकलवाने के लिए खेत पर गई थी। दोपहर 12:30 बजे थ्रेसर से मेथी निकालना शुरू किया। मैं, मेरी पत्नी, बेटा कन्हैयालाल और टीना के माता-पिता थ्रेसर में मेथी की फसल डाल रहे थे। टीना मशीन के अंदर से मेथी निकाल रही थी।
करीब दो बोरा मेथी निकाल ली थी। इसी दौरान एक तेज आवाज आई। कन्हैयालाल भागकर गया तो देखा कि टीना का शव थ्रेशर को ट्रैक्टर से जोड़ने वाले ज्वाइंटर में फंसा हुआ था। उसने तुरंत ट्रैक्टर बंद किया। जब मशीन रुकी तो देखा कि टीना की साड़ी और सिर के सारे बाल ज्वाइंटर में फंसे हुए थे। उसका धड़ और सिर तिरपाल पर पड़ा था।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली। शव को एम्बुलेंस से निम्बाहेड़ा अस्पताल लाया गया।पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।