चित्तौडग़ढ़. किसी को ९७ प्रतिशत तो किसी के ९५ प्रतिशत अंक प्राप्त हुए। नब्बे से पिचयानवे प्रतिशत पाने वालों की लंबी कतार थी। इतने नंबर पाने वाली प्रतिभाएं संतुष्ट नहीं बल्कि यही मानते दिखी की कुछ मेहनत करते तो और अधिक अंक हासिल हो सकते थे। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के कक्षा १० के परिणाम में जिले के होनहार छात्र-छात्राओं ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। जिले के दो दर्जन से अधिक विद्यार्थियों ने ९५ प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए तो चार दर्जन से अधिक विद्यार्थी ९० से ९५ प्रतिशत तक अंक प्राप्त कर अपनी प्रतिभा दर्शाई। कई बच्चों ने विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, अंग्रेजी जैसे विषयों में १०० में से १०० अंक तक प्राप्त किए। अंकों की इस बारिश के बीच शिक्षक व अभिभावक उन विद्यार्थियों का भी हौंसला बढ़ाते दिखे जो किसी कारण से अपेक्षानुरूप अंक नहीं प्राप्त कर पाए थे। जिले के कई स्कूलों का परिणाम शत प्रतिशत रहा। कैलाश विद्या विहार निम्बाहेड़ा परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। १0वीं परीक्षा में कुल 96 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी जिसमें 11 छात्र-छात्राओं ने 90 प्रतिषत या उससे अधिक अंक प्राप्त किए है।
हिंद जिंक स्कूल का परीक्षा परिणाम सर्वोत्तम रहा। 71 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। 24 विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए 6 6 विद्याथियों ने प्रथम श्रेणी अंक प्राप्त किए। प्रधानाचार्या डॉ. बिंदु नायर व उप प्रधानाचार्य एमआर .वी झा ने सभी विद्यार्थियों को बधाई दी। जिं़क स्कूल के सचिव हेमेन्द्र शर्मा ने सभी शुभकामनाएं दी। केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसीपल बीके कोठारी ने बताया केंद्रीय स्कूल का परिणाम शत प्रतिशत रहा। १०वीं की ३६ बच्चों ने परीक्षा दी थी जिसमें २८ बच्चे प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए।दीक्षा इन्टरनेशनल स्कूल कपासन के सीबीएसई 10वीं का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। प्रधानाचार्य शिव नारायण शर्मा ने बताया कि विद्यालय के कुल 17 विद्यार्थियों में से 8 विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी एवं 9 विद्यार्थियों ने द्वितीय श्रेणी प्राप्त की। प्रबन्ध निदेशक डॉ. वसीम खान एवं निदेशिका नीमा खान ने छात्रों को बधाईयां दी।
हिंद जिंक स्कूल का परीक्षा परिणाम सर्वोत्तम रहा। 71 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। 24 विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए 6 6 विद्याथियों ने प्रथम श्रेणी अंक प्राप्त किए। प्रधानाचार्या डॉ. बिंदु नायर व उप प्रधानाचार्य एमआर .वी झा ने सभी विद्यार्थियों को बधाई दी। जिं़क स्कूल के सचिव हेमेन्द्र शर्मा ने सभी शुभकामनाएं दी। केंद्रीय विद्यालय के प्रिंसीपल बीके कोठारी ने बताया केंद्रीय स्कूल का परिणाम शत प्रतिशत रहा। १०वीं की ३६ बच्चों ने परीक्षा दी थी जिसमें २८ बच्चे प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए।दीक्षा इन्टरनेशनल स्कूल कपासन के सीबीएसई 10वीं का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। प्रधानाचार्य शिव नारायण शर्मा ने बताया कि विद्यालय के कुल 17 विद्यार्थियों में से 8 विद्यार्थियों ने प्रथम श्रेणी एवं 9 विद्यार्थियों ने द्वितीय श्रेणी प्राप्त की। प्रबन्ध निदेशक डॉ. वसीम खान एवं निदेशिका नीमा खान ने छात्रों को बधाईयां दी।
परीक्षा रही थी चर्चा में
१०वीं परीक्षा के दौरान कई बार पेपर लीक होने की खबरें थीं। उसके बाद बोर्ड ने गणित का पेपर पुन: कराने का फैसला लिया था लेकिन विरोध के बाद बोर्ड फिर से पेपर कराने का फैसला वापिस ले लिया था।
इतने नंबर कैसे आ गए
सीबीएसई १०वीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम जारी होते ही जब बच्चों व अभिभावकों ने नंबर देखा तो एक बार तो खुद आश्चर्य में पड गए कि इतने नंबर कैसे आ गए। सोशल मीडिया पर भी कई तरह के बधाई संदेश चलने लगे। लोगों ने अच्छे अंक प्राप्त करने वाली प्रतिभाओं को खूब बधाईयां दी।
बच्चों से ज्यादा दादा-दादी में उत्साह
सीबीएसई १०वीं का परिणाम आने का जितना उत्साह बच्चों में दिखाई दिया उससे से भी अधिक उत्साह दादा-दादी में दिखाई दिया। कई बुजुर्गों भी अपने पौते-पौत्री का परिणाम अपने में मित्रों को बताने में उत्साह दिखा रहे है। वहीं बच्चे से परीक्षा के दौरान किए गए वादों को पूरा करने में लग गए।
१०वीं परीक्षा के दौरान कई बार पेपर लीक होने की खबरें थीं। उसके बाद बोर्ड ने गणित का पेपर पुन: कराने का फैसला लिया था लेकिन विरोध के बाद बोर्ड फिर से पेपर कराने का फैसला वापिस ले लिया था।
इतने नंबर कैसे आ गए
सीबीएसई १०वीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम जारी होते ही जब बच्चों व अभिभावकों ने नंबर देखा तो एक बार तो खुद आश्चर्य में पड गए कि इतने नंबर कैसे आ गए। सोशल मीडिया पर भी कई तरह के बधाई संदेश चलने लगे। लोगों ने अच्छे अंक प्राप्त करने वाली प्रतिभाओं को खूब बधाईयां दी।
बच्चों से ज्यादा दादा-दादी में उत्साह
सीबीएसई १०वीं का परिणाम आने का जितना उत्साह बच्चों में दिखाई दिया उससे से भी अधिक उत्साह दादा-दादी में दिखाई दिया। कई बुजुर्गों भी अपने पौते-पौत्री का परिणाम अपने में मित्रों को बताने में उत्साह दिखा रहे है। वहीं बच्चे से परीक्षा के दौरान किए गए वादों को पूरा करने में लग गए।