मंदिर मंडल के सदस्य संजय मंडोवरा के अनुसार हर ग्यारस पर ठाकुर जी को नगर भ्रमण कराया जाता है जिसके लिए एक छोटे रथ और पालकी की जरूरत थी। 12 नवंबर को अब ठाकुर जी के बाल विग्रह को इस रथ के जरिए ही नगर नगर का भ्रमण कराया जाएगा। मंदिर मंडल प्रबंधन ने बताया कि मंगलवार को धनतेरस पर पालकी और रथ भेंट किया गया। रथ में 8 किलो और पालकी में 15 किलो चांदी का इस्तेमाल किया गया। रथ और पालकी में 437 किलो लकड़ी का भी इस्तेमाल किया गया। दोनों ही भक्तों ने अपना नाम गुप्त रखा है।