सूचना पर चंदेरिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दिनेश को फंदे से उतारा, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मृतक की बहन मंजू सेन का आरोप है कि दिनेश की पत्नी सोनू ने भी 23 सितंबर को बाड़े में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। तब उसके पीहर पक्ष के लोग बड़ोदिया पहुंचे थे।
उस समय पीहर व ससुराल पक्ष के लोगों व ग्रामीणों की सहमति से पुलिस कार्रवाई बिना ही सोनू के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया था। मंजू का आरोप है कि इसके बाद ग्रामीणों व पंच पटेलों ने दिनेश के परिवार पर जुर्माना लगाने की बात कही। इसको लेकर दिनेश परेशान था।
पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। इस संबंध में मृतक की परिजन लाडदेवी ने चंदेरिया थाने में रिपोर्ट दी है। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है।