इसको लेकर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से आदेश जारी किए गए हैं। बोर्ड की ओर से परीक्षा को लेकर जारी किए गए निर्देशों में कहा गया है कि परीक्षक को प्रतिदिन संबंधित विद्यालय में प्रायोगिक परीक्षा के प्रारंभ, परीक्षा के दौरान और परीक्षा समाप्ति पर एक-एक सेल्फी लेकर बोर्ड की आईडी पर मेल करनी होगी। फोटो जीपीएस मेप से लाइव लोकेशन, जिसमें समय, दिनांक, स्थान का उल्लेख होता है, उसके साथ लेने होंगे।
इसके बाद ई-मेल करते समय विषय में अपना नाम, परीक्षक क्रमांक का उल्लेख करना होगा। प्रायोगिक परीक्षा में किन्हीं कारणों से विद्यार्थी अनुपस्थित रहने पर परीक्षक को उसी स्कूल में संस्था प्रधान से अनुमति लेकर अन्य बैच में मौका देना होगा। परीक्षार्थी ज्यादा होने पर दो से तीन बैच में भी परीक्षा ली जा सकती है। किसी भी स्थिति में विद्यार्थी का स्कूल या परीक्षक नहीं बदलेगा। अंक परीक्षकों को ऑनलाइन भरने होंगे।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से जारी किए गए टाइम टेबल के अनुसार नियमित विद्यार्थियों की परीक्षाएं 9 जनवरी से 8 फरवरी के बीच तथा स्वयंपाठी के लिए 1 से 6 फरवरी का समय तय किया गया। बोर्ड की ओर से परीक्षा में आकस्मिक निरीक्षण को लेकर उडऩदस्ते गठित कर लगाने सहित अन्य कई दिशा-निर्देश भी जारी किए है।
6 लाख विद्यार्थियों की होगी परीक्षा
प्रदेश के लगभग 6 लाख विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा होगी। जिसमें भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, गृह विज्ञान, भूगोल, चित्रकला, कम्प्यूटर, संगीत की प्रायोगिक परीक्षा शामिल है। बोर्ड द्वारा नियुक्त परीक्षक की सूची विद्यालयों के लॉगिन आईडी पर भिजवाई जाएगी। परीक्षाओं के दौरान अनुचित साधनों का प्रयोग, दुर्व्यवहार आदि की रोकथाम के लिए राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 1992 प्रभावी है।