पिता शिवकुमार ने बताया कि शिवांग ने पहली से दसवी तक की पढ़ाई आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल आदित्यपुरम से की। ग्यारवी एवं बारहवीं की पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल उदयपुर से पूर्ण कर एक वर्ष की सीपीएल परीक्षा प्रथम प्रयास में उत्तीर्ण कर गुजरात के मेहसाना से पायलट का कोर्स पूर्ण किया। उसके उपरान्त शिवांग ने लगभग तीन वर्ष की ट्रेनिंग पूर्ण की। इसके बाद वर्तमान में इण्डिगो कपनी में इनका चयन हुआ है। अब दो माह की बडे़ विमान उड़ाने की ट्रेनिंग की जाएगी। इण्डिगो विमान कपनी ने शिवांग के साथ 5 वर्ष का करार किया है। उल्लेखनीय है कि शिवांग की बहिन अक्षी पूंगलिया ने भी प्रथम प्रयास में ही मात्र 20 वर्ष की आयु में पायलट का कोर्स पूर्ण कर लिया था।
बहन अक्षी बनीं चित्तौड़गढ़ की पहली महिला पायलट
अक्षी यानी मानसिक रूप से मजबूत और निडर। लीडर बनने के गुणों वाली। चित्तौड़गढ़ की 20 साल की अक्षी ने अपने नाम को उसके अर्थ के अनुरूप सार्थक किया है। अक्षी ने 14 साल की उम्र में ही पायलट बनना तय कर लिया था। इसी जुनून के साथ उसने पहली बार में ही 6 फेज में हुई परीक्षा पास कर ली। जब अक्षी 14 साल की थी, तब दुबई में एक घटना घटी जिसके बाद अक्षी ने ठान लिया कि वह पायलट बनकर रहेगी। दरअसल हुआ कुछ यूं था कि अक्षी छोटी थी और दुबई में पायलट केबिन में चली गई। वहां उसे टोका गया और बाहर जाने के लिए कहा। अक्षी ने तब मन में ठान लिया था कि उसे पायलट बनना है। यह जिद धीरे-धीरे उसका सपना बन गया।