इससे गहनता से पूछताछ की, जिसमें उसने बालक की हत्या करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने अभियुक्त को गिरतार कर अनुसंधान पूर्ण कर आरोप पत्र न्यायालय में पेश किया। तभी से आरोपी न्यायिक अभिरक्षा में चल रहा है। प्रकरण की संपूर्ण सुनवाई के दौरान न्यायाधीश ने अभियुक्त जुल्फिकार उर्फ सलमान मेव को बालक के अपहरण व हत्या का दोषी माना। इसे विभिन्न धाराओं में आजीवन कठोर कारावास व 80 हजार रुपए के जुर्माने की सजा से दंडित किया। प्रकरण की सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर 21 गवाह और 43 दस्तावेज पेश किए गए।