सांवलिया सेठ पर पूछे गए सवाल का सही जवाब देकर 6.40 लाख रुपए जीत गईं। अनुश्री सामोता ने जवाब दिया चित्तौड़गढ़ का सांवलिया सेठ मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है। काली प्रतिमा होने के कारण इन्हें सांविलिया सेठ कहा जाता है। अनुश्री ने 12वें प्रश्न पर उत्तर नहीं आने पर हॉट सीट छोड़कर जाने का निर्णय किया।
इस दौरान उन्होंने तीनों लाइफ लाइन का भी इस्तेमाल किया। अनुश्री के एपिसोड का प्रसारण 31 अक्टूबर की रात को हुआ। कार्यक्रम के प्रसारण को देखने के लिए बड़ीसादडी के प्रमुख घंटाघर चौराहा पर बड़ी एलइडी स्क्रीन लगाई गई। जहां पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ लगी हुई थी।
15 साल से केबीसी में जाने का था सपना
अनुश्री सामोता ने बताया कि पिछले 15 साल से केबीसी में जाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही थी।11 साल से पिता को कैंसर
अनुश्री के पिता अनिल कुमार को पिछले 11 साल से ब्लड कैंसर है। जब उनके पिता को कैंसर हुआ था तब अनुश्री 12वीं कक्षा में थी। उन्हें किसी ने कहा था कि अगर तुम टॉप करोगी तो पापा जल्दी स्वस्थ हो जाएंगे और यही बात उनके लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गई। अनुश्री ने साल 2014 में 12वीं बोर्ड परीक्षा में जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। यह भी पढ़ें
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भाई रिसर्च कंसल्टेंट नियुक्त
अनुश्री के भाई जय सामोता परमवीर चक्र विजेता शहीद शैतानसिंह पर बन रही फिल्म के लिए रिसर्च कंसल्टेंट नियुक्त हुए है। शैतान सिंह को 1962 के भारत-चीन युद्ध के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था। इस युद्ध में मेजर शैतानसिंह के साथ कई सैनिक शहीद हुए थे। हाल ही में फिल्म निर्माता, निर्देशक और अभिनेता फरहान अख्तर ने इसी युद्ध में रेजांग ला की लड़ाई पर आधारित 120 बहादुर फिल्म का अनाउंसमेंट किया। इसमें फरहान स्वयं मेजर शैतान सिंह की भूमिका निभाएंगे। जय को शहीद शैतान सिंह पर बन रही फिल्म के लिए रिसर्च कंसल्टेंट नियुक्त किया गया है।जय सामोता को मेजर शैतान सिंह के जीवन पर लिखी उनकी पुस्तक मेजर शैतान सिंह दी मैन इन हाफ लाइट के आधार पर नियुक्ति मिली। जय ने इसके लिए लगभग 4 साल तक देश में विभिन्न जगहों पर जाकर शैतानसिंह के जीवन से जुड़ी जानकारी हासिल की है। जय इससे पहले 21 परमवीर चक्र विजेताओं पर किताब लिख चुके हैं। अब वह 1962 के युद्ध पर भी शोध कर रहे हैं।