वीडियोग्राफी होने से चालक-परिचालक व जांच दल एक दूसरे पर अनियमितता का आरोप नहीं लगा सकेंगे। साथ ही जांच की पूरी कार्रवाई वीडियो में दर्ज होने के कारण उड़नदस्तों के अधिकारियों व कर्मचारियों की मनमर्जी पर काफी हद तक अंकुश लग जाएगा। इसके लिए निगम की निगम की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्रेया गुहा के निर्देश पर कार्यकारी निदेशक यातायात ज्योति चौहान ने प्रदेश के सभी राजस्थान रोडवेज डिपो को निर्देश जारी किए हैं।
अब यह करना होगा
नए दिशा निर्देशों के अनुसार निरीक्षण के दौरान केवल यात्रियों की संख्या गिनकर कार्रवाई नहीं की जाएगी। प्रत्येक यात्री का टिकट देखा जाएगा। केवल स्टेटटस रिपोर्ट के जरिए निरीक्षण की कार्रवाई पूरी नहीं होगी। बस में सभी यात्रियों के टिकट सहित मिलने पर परिचालक की ईटीआईएम मशीन से निकाली जाने वाली ओके रिपोर्ट की दो प्रतियां निकाली जाएगी। दोनों प्रतियों पर निरीक्षण दल, चालक व परिचालक के हस्ताक्षर करवाए जाएंगे। यह भी पढ़ें