मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों के क्रमोन्नत होने से इन केन्द्रों की सुविधाएं बढ़ेंगी। कार्यकर्ता के साथ सहायिका व आशा सहयोगिनी केन्द्रों को मिलेंगी। विभाग के अनुसार इससे महिलाओं को रोजगार मिलेगा, बच्चों के स्वास्थ्य की जांच, कुपोषित बच्चों पर नजर बढ़ेगी।
आंगनबाड़ी केन्द्रों को मुख्य आंगनबाड़ी केन्द्र के रूप में 15 दिन के भीतर संचालित करना होगा। सहायिका आदि का चयन करना होगा। मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को ही सीधे कार्यकर्ता के पद पर नियुक्त किया जाएगा। नियमानुसार सहायिका पद की भर्ती होगी। मिनी आंगनबाडी केन्द्रों के क्रमोन्नति के मामले में किसी भी प्रकार के संदेह होने पर उपनिदेशक निदेशालय को 7 दिन में अवगत करवाएंगे।
चित्तौड़गढ़ – 354
भीलवाड़ा – 251
प्रतापगढ़ – 139
राजसमन्द – 110
उदयपुर – 370