झमाझम बारिश से मेनाल का झरना बना आकर्षण
चित्तौडग़ढ़. जिले के बेगूं उपखंड क्षेत्र में शुक्रवार रात्रि एव शनिवार को दिनभर बारिश का दौर चला। बारिश से नदी नालों में पानी की आवक हुई। मेनाल का झरना भी अपने यौवन से गिरना शुरू हुआ। मेनाल में बड़ी संख्या में सैलानियों का आना शुरू हो गया। खेतों में भी कई स्थानों पर पानी भरने लगा। बड़ीसादड़ी. क्षेत्र में शनिवार को दिन भर रुक रुककर वर्षा का दौर चलता रहा। धीमी वर्षा से सभी जगह कीचड़ हो गया। लोगों को आवागमन में कठिनाई का सामना करना पड़ा।
सोनियाणा. क्षेत्र में शनिवार को शाम चार बजे से लगातार बारिश का दौर जारी रहा। गांव के कई घरों में पानी भर गया। वहीं खेतों ने तालाब का रूप ले लिया। कई स्थानों पर नाले उफान पर आ गए।
वहीं भदेसर. उदयपुर हाईवे पर सिक्सलेन सड़क निर्माण के दौरान दोनों ओर पानी निकासी का समुचित प्रबंध नहीं होने से इससे सटे खेत जलमग्न हो गए है। किसानों ने पानी निकासी व खराबे के मुआवजे की मांग की। किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से पानी निकासी के लिए बजट जारी नहीं किए जाने का खमियाजा किसान उठा रहे है। मंगलवाड से चित्तौडगढ मार्ग पर 40 किमी क्षेत्र में सड़क से सटे किसानों की फसलें पिछले 24 घंटो से पानी में डुबी है। किसानों ने बताया कि सड़क विस्तार के दौरान जमीन के स्तर को देखते हुए पानी निकासी का समुचित प्रबंध में तकनीकी खामियां छूट जाने से भी किसानों को खेतो में पानी की अनावश्यक आवक हो गई है। इस तरह के मामले खोखरीया खेडी ओवरब्रिज, सांवलियाजी चौराहा ओवरब्रिज, भादसोडा तालाब के ओवर फ्लो पानी निकासी, बानसेन बाईपास के दोनों ओवरब्रीज तथा होडा चौराहे पर भी पानी निकासी की समस्या है। किसानों ने सांसद सीपी जोशी से हस्तक्षेप कर पानी निकासी का समुचित प्रबंध की मांग की। भदेसर तहसीलदार ईश्वरलाल खींची ने बताया कि किसानों के खेतो से पानी निकासी के समुचित प्रबंध के निर्देश ठेकेदार को दिए हैं। कई खेतों में पानी निकासी के लिए बाइपास सड़कों को तोडा गया है, वहीं कई जगह पम्प सेट लगा तथा जेसीबी के माध्यम से पानी निकासी का प्रबंध किया जा रहा है।