लॉकडाउन तक स्वैच्छिक कर्फ्यू की घोषणा
इधर निम्बाहेड़ा में विकराल स्थिति को देखते हुए जिला मुख्यालय के व्यापार संघों ने प्रशासन से मिलकर लिखित में दिया है कि शहर में कर्फ्यू लगाया जाए क्योंकि कुछ व्यापारी और लोग लॉकडाउन को नहीं मान रहे हैं जिससे कभी भी यहां कोरोना पांव पसार सकता है। इसके विपरीत जिले के दर्जन भर गांवों जिनमें कुछ बड़ी पंचायतें हैं वहां लोगों ने लॉकडाउन तक स्वैच्छिक कर्फ्यू की घोषणा कर दी गई है।
लॉकडाउन के बाद यहां कहां से आया कोरोना?
लॉकडाउन के एक महीने बाद यहां कोरोना आया कैसे और इस कदर फैला कैसे? प्रशासन और चिकित्सा विभाग अब तक भी इसका जवाब नहीं ढूंढ़ पाया है। यहां 25 अप्रेल को 1, 27 अप्रेल को 7, 29 अप्रेल को 8, 30 अप्रेल को 11, 2 मई को 1, 3 मई को 40, 4 मई 23 और पांच मई को 9 मामले सामने आए।
पॉजिटिव मरीजों के परिजनों को क्वारंटाइन किया
चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा में कोरोना संक्रमण के हॉटस्पॉट बने नया बाजार माहेश्वरी मोहल्ला व लखारा गली के पाए गए पॉजिटिव मरीजों के परिजनों को पुलिस जाप्ते ने कोतवाल हरेन्द्रसिंह के नेतृत्व मे पीपीई किट पहनकर बसों व अन्य वाहनों से शम्भुपूरा आदित्य बिड़ला सीमेंट के गेस्ट हाउस मे क्वारंटाइन किया जा रहा है। इन परिजनों के सेम्पल की रिपोर्ट आना बाकी है। परंतु इनके घरों मे पॉजिटिव आने से प्रशासन इन्हें संदिध मानते हुए ऐतिहातन यंहा से हटाकर दूसरी जगह भेज रहा है जिससे बढ़ते संक्रमण पर रोक लग सके। पुलिस जाप्ते मे 50 वर्ष से कम आयु वर्ग के अधिकारी व कर्मी ही शामिल थे।