यह है पूरा मामला ( ACB Action In Chittorgarh ) जानकारी के अनुसार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को मोबाइल के जरिए सूचना मिली कि मत्स्य विभाग ( Fisheries Department ) के निदेशक श्यामलाल गुर्जर रेलवे फाटक वाले पेट्रोल पंप के पास एक होटल में ठहरे हुए है और उनसे वसूली कर रहे हैं। सूचना पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो चित्तौडग़ढ़ से हेडकांस्टेबल श्रवण कुमार मीणा, कोतवाली से उप निरीक्षक करनाराम, गोवर्धनलाल व पुलिस जाप्ता होटल पर पहुंचे, लेकिन निदेशक गुर्जर वहां नहीं मिले। वहां उनकी सरकारी कार व निजी चालक समयसिंह मिला।
तलाशी ली तो प्रसाद मिला ( Chittorgarh news ) इसके कुछ देर बाद एसीबी उदयपुर से सीआई नरेन्द्रसिंह के नेतृत्व में एक टीम भी होटल पर पहुंच गई। टीम ने कार की तलाशी ली तो उसमें प्रसाद मिला। कार की डिक्की में रखी अटैची को भी टीम ने खोलकर देखा तो उसमें पहनने के कपड़ों के अलावा कुछ नहीं मिला। इसके बाद टीम ने होटल के उस कमरे की तलाशी ली, जिसमें निदेशक गुर्जर ठहरे हुए थे, लेकिन वहां भी कुछ नहीं मिला।
मोबाइल का स्विच ऑफ आ रहा था उनके निजी चालक समयसिंह ने पूछताछ में एसीबी टीम को बताया कि सरकारी चालक अवकाश पर था, इसलिए गुर्जर उसे साथ लेकर आए थे। वे मंगलवार को सांवलियाजी पहुंचे थे और वहां दर्शन के बाद बुधवार को चित्तौडग़ढ़ आ गए और यहां होटल में ठहरे थे। एसीबी के सीआई नरेन्द्रसिंह ने गुर्जर से संपर्क का प्रयास किया, लेकिन उनके मोबाइल का स्विच ऑफ आ रहा था।
टीम इस संबंध में जांच में जुटी हुई है इधर, एसीबी को इस संबंध में बुधवार रात तक किसी ने भी लिखित रिपोर्ट पेश नहीं की है। प्रारंभिक तौर पर गुर्जर के खिलाफ भ्रष्टाचार संबंधी कोई तथ्य एसीबी को नहीं मिले है फिर भी टीम इस संबंध में जांच में जुटी हुई है।