खराब गुणवत्ता की गवाही दे रही हैं गहरी दरारें
ग्लास ब्रिज को पवनसुत कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बना रही है। ग्लास ब्रिज पर जहां उपकरण लगाए गए हैं वहां चबूतरों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं। दरारों को देखकर ऐसा महसूस होता है कि गुणवत्ता के साथ काफी खिलवाड़ किया गया है। वन विभाग ने 3.70 करोड़ की लागत से राज्य के पहले ग्लास ब्रिज का निर्माण किया है। इन कामों में ब्रिज के साथ टिकट विंडो और चबूतरे के साथ-साथ सौंदर्यीकरण का काम भी शामिल है। यह भी पढ़ें