इतिहास बदलना है तो राम के पदचिन्हों पर चलना होगा-
भगवान राम की तपोभूमि में आयोजित 47वें राष्ट्रीय रामायण मेले में आध्यात्मिक जगत के कई जाने माने विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री रामचरितमानस में मनुष्य की सभी समस्याओं का समाधान बताते हुए राम के चरित्र से प्रेरणा लेने की बात कही। इसी के तहत कार्यक्रम में शिरकत करने आईं भाजपा की तेज तर्रार नेता साध्वी निरंजन ज्योति ने भी राम व रामचरितमानस की वर्तमान समय में प्रासंगिकता पर बात करते हुए कहा कि यदि इतिहास बदलना है तो राम के पदचिन्हों पर चलना होगा। आज भी समाज में रावण रूपी लोग बैठे हैं। उन्होंने कहा राम भक्त हनुमान का उदाहरण देते हुए कहा कि खुद के पास बल बुद्धि विद्या होने के बाद भी बड़ों से सलाह लेकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए जैसे हनुमान ने जामवंत से पूछा था कि लंका जाकर क्या करना है।
भगवान राम की तपोभूमि में आयोजित 47वें राष्ट्रीय रामायण मेले में आध्यात्मिक जगत के कई जाने माने विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री रामचरितमानस में मनुष्य की सभी समस्याओं का समाधान बताते हुए राम के चरित्र से प्रेरणा लेने की बात कही। इसी के तहत कार्यक्रम में शिरकत करने आईं भाजपा की तेज तर्रार नेता साध्वी निरंजन ज्योति ने भी राम व रामचरितमानस की वर्तमान समय में प्रासंगिकता पर बात करते हुए कहा कि यदि इतिहास बदलना है तो राम के पदचिन्हों पर चलना होगा। आज भी समाज में रावण रूपी लोग बैठे हैं। उन्होंने कहा राम भक्त हनुमान का उदाहरण देते हुए कहा कि खुद के पास बल बुद्धि विद्या होने के बाद भी बड़ों से सलाह लेकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए जैसे हनुमान ने जामवंत से पूछा था कि लंका जाकर क्या करना है।
नागरिकता कानून को लेकर देश में चल रही वर्तमान परिस्थिति पर विपक्षियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अपनी राजनीति चमकाने के लिए विपक्षी नेता जनता को भड़का रहे हैं। हिंसा से निपटने में केंद्र व प्रदेश सरकार पूरी तरह सक्षम है। इससे पहले साध्वी निरंजन ज्योति ने तपोभूमि स्थित भगवान कामतनाथ का दर्शन कर कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा भी की।