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BHU में एक साल की इंटर्नशिप योजना शुरू हुई, छात्रों को प्रतिमाह मिलेंगे 20 हजार रुपए मां के बिना बच्ची का रो-रोकर बुुरा हाल बता दें कि पुलिस ने महिला को सिपाहियों से मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया लेकिन उसकी बच्ची को परिजनों के हवाले कर दिया। नन्हीं बच्ची की मां के जेल जाने के बाद उसकी देखभाल को कोई नहीं है। जिससे बच्ची का रो-रोकर बुुरा हाल है। उसे अपनी मां का दूध भी नहीं मिल पा रहा। यही वजह है कि बच्ची की दादी उसे उसकी मां के पास जेल में भेजने के लिए दिन-रात अधिकारियों से विनती कर रही है। लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। परिजन बच्ची को लेकर मंगलवार को जिला कारागार रगौली पहुंचे। वहां भी जेल के अधिकारियों ने बिना कोर्ट के आदेश के बच्ची को लेने से मना कर दिया।
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यूपी में तीन हजार ग्राम पंचायत सचिवों की जल्द होगी भर्ती कहा, कोर्ट के आदेश पर बच्ची को भेजेंगे जेल बताया जाता है कि पीड़ित महिला ने 6 महीने की बच्ची को जेल भेजने के लिए सदर विधायक अनिल प्रधान से भी गुहार लगाई है। लेकिन इसके बावजूद भी कोई उसकी मदद करने को तैयार नहीं हैं। वहीं इस मामले पर जेल अधीक्षक अशोक सागर का कहना है कि पुलिस द्वारा कागज में बच्ची के बारे में जानकारी नहीं दी गयी है। इसलिए जेल प्रशासन उसे जेल के अंदर नहीं रख सकता है, जब तक कि न्यायालय आदेश नहीं करता है। अगर न्यायालय का आदेश मिल जाता है तो उस बच्ची को उसकी मां के साथ रख लिया जाएगा। ऐसे में सवाल ये उठता है कि यदि मां की गैरमौजूदगी में बच्ची की हालत बिगड़ गई तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?