औरंगजेब ने शुरू कराया था मेला
मान्यता है कि मुगल शासक औरंगजेब ने इस मेले की शुरुआत कराई थी। तब से इस मेले ने एक परम्परा का रूप ले लिया है। हालांकि मेले में आने वाले व्यापारी कोई खास इंतजाम न होने से निराश जरूर दिखते हैं लेकिन जब उन्हें उनके जानवरों (गधों) की अच्छी कीमत मिल जाती है तो उनकी सारी टीस दूर हो जाती है।
फिल्मी सितारों के नाम पर होता है गधों का नाम
इस मेले को सबसे रोचक जो विषय बनाता है वो है यहां के गधे के नाम बड़े बड़े फिल्मों सितारों के नाम पर होना। किसी का नाम शाहरुख खान तो किसी का सलमान खान तो कोई ऋतिक रोशन के नाम से जाना जाता है। अमिताभ बच्चन भी यहां मिल जाएंगे तो बड़ी बड़ी अभिनेत्रियों के नाम भी।
हजारों लाखों में लगती है कीमत
फिल्मी सितारों के नाम पर रौब दिखाते गधों की कीमत भी हजारों लाखों में लगती है। आमतौर पर 25 हजार रुपये से कीमत शुरू होती है और 50 हजार एक लाख 5 लाख 10 लाख यहां तक कि 10 लाख से भी अधिक कीमत पर गधे बिक जाते हैं और खरीददार खुशी खुशी उन्हें खरीद लेते हैं। फिल्मी सितारों की तरह इनके मालिक इनकी बोली भी लगाते हैं।
सबसे ज्यादा कीमत में बिके शाहरुख व सलमान रितिक रणबीर ने भी की ठीक कमाई
मेले में इस बार सबसे ज्यादा कीमत मिली बॉलीवुड सुपर स्टार शाहरूख खान के नाम पर नामकरण हुए गधे को। शाहरूख नाम के गधे को 11 लाख में खरीदा गया तो सलमान खान की बोली 10 लाख में लगी। रितिक रोशन व रणबीर सिंह को भी ठीक ठाक कीमत मिल गई। इन्हें आठ-आठ लाख रुपये में खरीदा गया। एक अनुमान के मुताबिक लगभग 5 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ है इस बार। हालांकि दो राज्यों (यूपी एमपी) के बीच लगने वाले इस ऐतिहासिक मेले को लेकर कभी कोई संजीदगी नहीं बरती गई। धीरे धीरे व्यापारियों का आना कम हो रहा है। दीपावली के दूसरे दिन से लगने वाला यह मेला दो दिनों तक चलता है।