चित्रकूट या उसके आस पास के जिले बांदा,महोबा में आलम यह है। की किसान अब पानी की बूंदों के लिए तरस रहा है। अमूमन देश में 1 जून से मानसून की शुरुआत हो गई है। दक्षिण-पश्चिमी हवाओं की वजह से मानसून इस तिथि को अपन पहले पड़ाव केरल के तट पर आता है। और उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में जून के आखिरी हफ्ते तक पहुंचता है।
ऐतिहासिक रूप से ऐसा प्री मानसून या मानसून के पहले पहुंचने के कारण होता है। और लगभग मनसूबा भी गया है, कही झमाझम बारिश से सड़के तालाब बन गई है तो वहीं चित्रकूट बारिश की बूंदों की राह ताक रहा है।
जहँ एक तरह सूरज की बढ़ती तपिश से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है तो वहीं चित्रकूट के किसान धान की खेती को लेकर परेशान हो गए हैं। अगर चित्रकूट जिले के ब्लॉक पर भूजल की स्थिति में बात की जाए तो मऊ ब्लाक में प्री मानसून 11.49 पोस्ट मानसून 8.49 रहा, रामनगर ब्लाक में 10.03 प्री मानसून पोस्ट मानसून 7.68 रहा।पहाड़ी में प्री मानसून 13.87 पोस्ट मानसून 10.77,कर्वी में प्री मानसून 9.55 पोस्ट मानसून 6.88,मानिकपुर प्री मानसून 9.87, पोस्ट मानसून 6.31 दर्ज किया गया है।