रामायण व विरासत परिपथ पर बुन्देलखण्ड केंद्र सरकार की दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं के तहत बुन्देलखण्ड को देश दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर लाने की कवायद जारी है. चित्रकूट बांदा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा द्वारा बुन्देलखण्ड में पर्यटन विकास से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाने पर केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड के चित्रकूट व प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर धाम में रामायण परिपथ(सर्किट) परियोजना(2016-17) के द्वारा इन क्षेत्रों के विकास का खाका तैयार किया गया है और परियोजनाएं स्वीकृत होते हुए क्रियान्वित भी हैं. रामायण परिपथ के तहत प्रभु श्री राम के वनवास काल से सम्बंधित दोनों क्षेत्रों(चित्रकूटधाम व श्रृंगवेरपुर) में कुल 69.45 करोड़ रूपये की परियोजना स्वीकृत है. इसके आलावा मध्य प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र के पन्ना मुकुंदपुर, संजय डुबरी बांधव गढ़ व कान्हा मुक्की पेंच में वर्ष 2015-16 में वन्यजीव परिपथ के तहत इन इलाकों के विकास की परियोजना तैयार की गई है.
विरासत परिपथ पर चमकेगा बुन्देलखण्ड बुन्देलखण्ड क्षेत्र में प्राचीन व ऐतिहासिक विरासतों की भी कोई कमी नहीं है. केंद्र सरकार की विरासत परिपथ परियोजना(2016-17) में बुन्देलखण्ड(यूपी) के बांदा जनपद को प्राथमिकता दी गई है हालांकि ये नाकाफी लगता है. इस परिपथ के तहत बांदा के कालिंजर दुर्ग(किला) के विकास की परियोजना स्वीकृत की गई है. मंत्रालय के मुताबिक करोड़ों की लागत से चल रहीं ये परियोजनाएं क्रियान्वित होते हुए पूर्ण होने के विभिन्न चरणों पर हैं. सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा के मुताबिक केंद्र व प्रदेश सरकार बुन्देलखण्ड के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और पर्यटन सहित बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे डिफेंस कॉरिडोर जैसी योजनाओं के द्वारा इस क्षेत्र में विकास के नए द्वार खुलेंगे. उन्होंने कई बार बुन्देलखण्ड के बुनियादी मुद्दों को लोकसभा में उठाया है.