जुन्नारदेव व परासिया बने जिला तो छिंदवाड़ा संभाग
छिंदवाड़ा का एक हिस्सा संतरांचल तोडकऱ पांढुर्ना बनाया गया तो दूसरा हिस्सा कोयलांचल जुन्नारदेव व परासिया ब्लॉक है। जिसे भी अलग कर जिला बनाने की मांग की जा रही है। भोपाल में सरकार इस पर निर्णय करती है, तो छिंदवाड़ा को तीन जिलों का संभाग बनाना बेहतर होगा। यह मांग 16 वर्ष पुरानी है, जब पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने वर्ष 2008 में छिंदवाड़ा के मंच से इसकी घोषणा की थी।
कमिश्नरी आने पर 225 किमी दूर जाने की समस्या दूर
छिंदवाड़ा में संभाग कमिश्नर की कुर्सी आती है, तो हर अधिकारी-कर्मचारी को 225 किमी दूर जबलपुर जाने की समस्या दूर होगी। इसके साथ ही हर नागरिक संभाग का निवासी होने का गौरव अनुभव कर सकेंगे। इस जिले में नगर निगम, सीसीएफ, डीआईजी ऑफिस पहले से मौजूद है, तब संभाग की मांग को सरकार को स्वीकार करना चाहिए। राज्य सरकार ने जिलों की संभाग से दूरी कम करने राज्य परिसीमन आयोग का गठन किया है। फिलहाल जिलों की संभागीय कार्यालयों से दूरी के कारण आम जनता के समय और धन दोनों का अपव्यय होता है, इसलिए परिसीमन आयोग जिलों का पुनर्गठन का कार्य करेगा। इस आयोग में छिंदवाड़ा के रहवासियों को अपनी आवाज पहुंचानी होगी।