छिंदवाड़ा

Tourism in Chhindwara: कहीं पहाड़, नदियां और बादल बुलाते हैं तो कहीं देवगढ़, पातालकोट

होम स्टे होने से पर्यटकों के लिए बढ़ीं खाने-ठहरने की सुविधाएं

छिंदवाड़ाSep 28, 2024 / 10:57 am

prabha shankar

sawarpani

प्रकृति ने छिंदवाड़ा जिले को इतनी नेमत और प्राकृतिक सौंदर्य दिया है, जहां देखो वहीं पहाड़, कल-कल करती नदियां और जलप्रपात में गिरते पानी में मन का सुकून और आनंद महसूस किया जा सकता है। धार्मिक स्थल अलग अपना इतिहास सुनाते नजर आते हैं। अब तो मप्र टूरिस्ट बोर्ड की ओर से पर्यटकों के आवास और भोजन के लिए होम स्टे का इंतजाम किया गया है। पर्यटन दिवस 27 सितम्बर को हर जिलेवासी को प्रकृति की इस अनूठी सौगात पर गर्व करना होगा।
जिले में पेंच नेशनल पार्क, देवगढ़, पातालकोट, चावलपानी के साथ ही कई स्थान विश्व प्रसिद्ध स्थल, फिर शांति और सुकून देने वाले धार्मिक स्थल गोदड़देव, हिंगलाज मंदिर, जामसांवली, भरतादेव, कुकड़ीखापा का जलप्रपात, शंकरवन, आंचलकुण्ड, कनकधाम है।
छोटा महादेव, अनहोनी, सतधारा, मुत्तोर बन्धान, ग्वालगढ़ के शैलचित्र, भूराभगत, जुन्नारदेव विशाला की पहली पायरी, गैलडुब्बा, बंदरकूदनी, बादलभोई आदिवासी संग्रहालय, सिल्लेवानी की घाटियां सहज ही पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। इन स्थानों पर जाने से पहले पर्यटकों को आवास और रहवास की समस्या रहती थी। अब टूरिस्ट बोर्ड ने इस पर ध्यान आकर्षित किया और स्थानीय रहवासियों के घरों के पास होम स्टे की सुविधा दी है।

अक्टूबर से खुल जाएंगे चार गांवों में और होम स्टे

जिले के चार और पर्यटन ग्रामों में अक्टूबर माह में मप्र टूरिज्म बोर्ड की ओर से होम स्टे पर्यटकों के लिए खुल जाएंगे। चिमटीपुर पातालकोट का बेहद खूबसूरत गांव है तो वहीं जुन्नारदेव रोड पर तामिया से करीब पांच किलोमीटर दूर धूसावानी में तीन होम स्टे खुलेंगे। मंधान डैम के बैक वॉटर के टापू पर काजरा गांव बसा है। छिंदवाड़ा-भोपाल रोड पर सीताडोंगरी से तीन किलोमीटर अंदर पर्यटन ग्राम चोपना है। होम स्टे का फायदा पर्यटक दीपावली के बाद छुट्टियों व न्यू ईयर के सीजन में उठा सकेंगे। पर्यटकों के लिए खान-पान, सफाई व अन्य सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा।

पर्यटकों में मक्का, महुआ के व्यंजन लोकप्रिय

तामिया और पातालकोट आने वाले पर्यटकों की चाह स्थानीय व्यंजनों पर रहती है। वे भ्रमण के दौरान मक्का, महुआ, कोदो-कुटकी के आदिवासी व्यंजनों का स्वाद भी ले रहे हैं। इसकी महक मप्र, महाराष्ट्र, दिल्ली, मुंबई समेत अन्य राज्यों के पर्यटकों तक पहुंच रही है।

मानसून सीजन में नागपुर, भोपाल से पहुंचे पर्यटक

मानसून सीजन में पर्यटन पाइंट तामिया, पातालकोट, देलाखारी के प्राकृतिक सौंदर्य को निहारने पर्यटकों की होड़ लगी रही। ये पर्यटक नागपुर, भोपाल समेत अन्य मेट्रो सिटी से आए। ये पर्यटन पूरे साल चलता है। इससे स्थानीय आबादी को रोजगार के साधन मिल रहे हैं। अब यहां पचमढ़ी में रुकने वाले पर्यटक आने लगे हैं।

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