25 किमी से अधिक बाकी है सीवरेज लाइन का काम
शहर के घरों से निकलने वाले मल-जल के ट्रीटमेंट के लिए अभी समय लग सकता है, क्योंकि अभी भी शहर में 25 किमी से अधिक सीवरेज लाइन डाली जानी बाकी है। अब तक सीवरेज कंपनी में शहर में 242 किमी सीवर लाइन डाल चुकी है, जबकि कुल 268 किमी की लाइन डाली जानी है। इसके लिए अब सीवरेज कंपनी को एक बार फिर तीन माह का समय और दिया गया है। 30 सितंबर तक की समय सीमा को बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दिया गया है। शहर के मल जल को ट्रीट करके उससे मल एवं जल को अलग-अलग करके दोनों का इस्तेमाल करने की योजना करीब 200 करोड़ रुपए की है, जिसमें अब तक 135 करोड़ रुपए के काम हो चुके हैं।
हो चुका है बिजली का कनेक्शन
सर्रा स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट एवं कोलाढाना पंपिंग स्टेशन को हाई वोल्टेज बिजली कनेक्शन दिया जा चुका है। एसटीपी सर्रा में 900 केवीए, कोलाढाना पंपिंग स्टेशन में 500 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाया जा चुका है। कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि शुरुआत में 25500 मकानों को सीवर लाइन का लाभ मिलेगा, लेकिन ट्रायल शुरुआत 15000 कनेक्शनों के साथ हो जाएगी। अगस्त 2024 तक 14300 मकानों को सीवर लाइन से जोड़ा जा चुका है, सिर्फ700 कनेक्शन और होते ही, ट्रायल रन की तैयारी शुरू कर दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि विगत छह माह में दो बार ट्रॉयल रन की तैयारी टाली जा चुकी है।
यहां बिजली से कनेक्शन का काम है अधूरा
सीवरेज कंपनी ने भले ही सर्रा स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट एवं कोलाढाना पंपिंग स्टेशन को हाईवोल्टेज ट्रांसफार्मर से जोड़ दिया गया है, लेकिन अभी इन्हें 33 केवी से कनेक्शन नहीं मिला है। जेई जितेंद्र कड़वे ने बताया कि जहां से लाइन आती है, वहां से चार्जिंग परमिशन लेना पड़ता है। चार्जिंग परमिशन इलेक्ट्रिकल सेफ्टी विभाग से मिलती है। यह सब कार्य अभी अधूरे हैं। जब तक सीवरेज कंपनी हमें कार्य पूर्ण होने का प्रमाण पत्र नहीं देते हैं, तब तक हम कनेक्शन जारी भी नहीं कर सकते हैं। वहीं सीवरेज कंपनी के निगरानी इंजीनियर राहुल ताम्रकार का कहना है कि बिजली कंपनी के मीटरिंग उपकरण नहीं लगे हुए हैं, इस कारण बिजली सप्लाई शुरू नहीं हुई है।