शराब के अवैध अड्डों पर मारे छापे
पांढुर्ना. जिला छिंदवाड़ा और बैतूल आबकारी अमले ने मुलताई क्षेत्र के आसपास अवैध मदिरा निर्माण करने वाले विभिन्न ठिकानों पर सिलसिलेवार दबिश दी।
गौरतलब है कि बैतूल और छिंदवाड़ा जिले की सीमा से लगे गांव ढोडीबिछुआ में नाले के किनारे और जंगलों में भारी मात्रा में अवैध महुआ हाथ भट्टी मदिरा का निर्माण होता है यहां से भारी मात्रा में अवैध मदिरा पांढुर्णा क्षेत्र के आसपास सप्लाई की जाती है। अत्यंत संवेदनशील होने के कारण इस क्षेत्र में दोनों ही जिलों की टीम द्वारा संयुक्त कार्यवाही की जाती रही है।
इसी क्रम में शुक्रवार को छिंदवाड़ा सहायक आबकारी आयुक्त इंदरसिंह जामौद और बैतूल जिला आबकारी अधिकारी एसके उराँव के निर्देशन में मुखबिर से प्राप्त हुई सूचना के आधार पर मुलताई वृत्त प्रभारी गौरव पांडे के नेतृत्व में आबकारी अमले ने सबसे पहले ग्राम ढोडी बिछुआ में दबिश दी जहां टीम को जंगलों और नाले के किनारे भारी मात्रा में बड़ी-बड़ी पन्नियों में ज़मीन के अंदर गड़ा हुआ महुआ लाहन छुपा मिला जिसे टीम द्वारा मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। साथ ही ट्यूबों में भरी अवैध हाथ भट्टी मदिरा मिली जिसे कब्जे आबकारी लिया गया। यहां कुल 18 हजार किलोग्राम महुआ लाहन नष्ट किया गया तथा 280 लीटर हाथ भट्टी मदिरा जब्त की गई। इसके बाद ग्राम खडक़ी में नाले के किनारे झाडिय़ों में ड्रामों में गड़ाकर रखी गई महुआ लाहन को बरामद कर नष्ट किया गया। उसके बाद अंत मे ग्राम उमरी और घाना में दबिश के दौरान जंगलों में नाले के किनारे भी भारी मात्रा में महुआ लाहन को नष्ट किया गया। इस कार्यवाही में पांढुर्ना आबकारी दल द्वारा तीन प्रकरणों में 4000 किलोग्राम महुआ लाहन नष्ट किया गया तथा 160 लीटर हाथ भट्टी मदिरा नष्ट की गई।
इस सम्पूर्ण कार्रवाई में एडीईओ बीएल उइके, उमेश मिश्रा, अशोक माहोरे, तथा आबकारी उपनिरीक्षकों में सुरेंद्र देवांगन, गौरव पांडे दिलीप भादे, आकाश मेश्राम, वैशाली भगत, जीतसिंह धुर्वे, गोवर्धन पाठे, राजेश वट्टी के साथ ही मुख्य आरक्षक और आरक्षक उपस्थित रहे।